IIT-BHU ने कृषि क्षेत्र के नये उद्यमियों को मॉडर्न कृषि और आरकेवीवाई–रफ़्तार परियोजना का दिया प्रशिक्षण

IIT-BHU द्वारा 19 अक्टूबर से 4 दिसंबर तक 60 घंटों का ऑनलाइन एग्री-प्रेंयूर्शिप ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, जिसमें राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (आरकेवीवाई)–रफ़्तार एग्रो बिजनेस इनक्यूबेटर के 32 चयनित स्टार्ट-अप्स ने उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड, बिहार, पश्चिम बंगाल, नयी दिल्ली, पंजाब और हरयाणा से हिस्सा लिया।
 

संवाददाता- मनोज मिश्रा

वाराणसी। IIT-BHU द्वारा 19 अक्टूबर से 4 दिसंबर तक 60 घंटों का ऑनलाइन एग्री-प्रेंयूर्शिप ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, जिसमें राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (आरकेवीवाई)–रफ़्तार एग्रो बिजनेस इनक्यूबेटर के 32 चयनित स्टार्ट-अप्स ने उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड, बिहार, पश्चिम बंगाल, नयी दिल्ली, पंजाब और हरयाणा से हिस्सा लिया।

इस प्रशिक्षण का ऑनलाइन समापन समारोह 10 दिसंबर गुरुवार को आयोजित किया गया, जिसमे आरकेवीवाई–रफ़्तार परियोजना के मुख्य समन्वयक प्रोफेसर प्रदीप कुमार मिश्रा ने मुख्य अतिथि, प्रोफेसर प्रमोद कुमार जैन, निदेशक IIT(BHU) वाराणसी, विशिष्ट अतिथि, प्रोफेसर राजीव प्रकाश, डीन (R&D), IIT(BHU) का स्वागत किया।

प्रोफेसर प्रमोद कुमार जैन ने चयनित स्टार्ट-अप्स को बधाई देते हुए कहा कि प्रिसिशन एग्रीकल्चर, आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस और आयओटी के प्रयोग को अपने स्टार्टअप में बढ़ावा दें, जिससे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार किया जा सकता है।

प्रोफेसर राजीव प्रकाश ने कहा कि कृषि के क्षेत्र में नवीनता और तकनीकी उद्यमिता की अपार संभावनाएं हैं। इन संभावनाओं को देखते हुए ही आरकेवीवाई–रफ़्तार परियोजना का सृजन हुआ है| ऐसी प्रशिक्षण कार्यशाला और मार्गदर्शन ही स्टार्टअप को सफल बना सकती है, इसलिए सभी स्टार्ट-अप्स को वित्तीय सहायता से ज्यादा ऐसी कार्यशाला से लाभ उठाना चाहिए|

प्रोफेसर प्रदीप कुमार मिश्राने आरकेवीवाई–रफ़्तार परियोजना, अंकुरण और प्रस्फुटन कार्यक्रम के साथ ही प्रशिक्षण कार्यशाला की गतिविधियों से अवगत कराया।  उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र में नयी संभावनाओं को तलाशने और प्रोत्साहित करने से ही किसान की आय दुगनी हो सकती है, जो आरकेवीवाई –रफ़्तार परियोजना का मुख्य उद्देश्य है। 

इस प्रशिक्षण कार्यशाला मे मॉडर्न कृषी पर आधारित 6 सत्र, कम्पनी पंजीकरण, अनुपालन और कानून की जटिलता को समझने के लिए 4 सत्र और स्टार्टअप को सफल बनाने के लिए व्यापार, विस्तार और विपणन से सम्बंधित 13 सत्र आयोजित किये गए थें। समापन समारोह के अंत में आरकेवीवाई–रफ़्तार एग्रीबिजनेस इनक्यूबेटर की बिज़नस मैनेजर सोनल शुक्ल ने आमंत्रित विशिष्ट्गण और प्रतिभागी उद्यमियों को धन्यवाद दिया।