BHU : असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. जय प्रकाश मौर्य को मिला यूरोपीय आयोग की सबसे प्रतिष्ठित मैरी क्यूरी फैलोशिप 

काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, विज्ञान संस्थान के वनस्पति विज्ञान विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. जय प्रकाश मौर्य को मैरी स्कोलोडोव्स्का-क्यूरी एक्शन्स इंडिविजुअल फेलोशिप (मैरी क्यूरी फैलोशिप) प्राप्त हुई है। यह फेलोशिप यूरोपीय आयोग की सबसे प्रतिष्ठित और प्रतिस्पर्धी फेलोशिप में से एक है, जो दो बार नोबेल पुरस्कार विजेता पोलिश-फ्रांसीसी भौतिक विज्ञानी मैरी क्यूरी के सम्मान में दी जाती है, जिन्होंने रेडियोधर्मिता पर अग्रणी शोध किया था। 
 

वाराणसी। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, विज्ञान संस्थान के वनस्पति विज्ञान विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. जय प्रकाश मौर्य को मैरी स्कोलोडोव्स्का-क्यूरी एक्शन्स इंडिविजुअल फेलोशिप (मैरी क्यूरी फैलोशिप) प्राप्त हुई है। यह फेलोशिप यूरोपीय आयोग की सबसे प्रतिष्ठित और प्रतिस्पर्धी फेलोशिप में से एक है, जो दो बार नोबेल पुरस्कार विजेता पोलिश-फ्रांसीसी भौतिक विज्ञानी मैरी क्यूरी के सम्मान में दी जाती है, जिन्होंने रेडियोधर्मिता पर अग्रणी शोध किया था। 

इस फैलोशिप के तहत डॉ जय वर्तमान में सेंटर फॉर रिसर्च इन एग्रीकल्चरल जीनोमिक्स (सीआरएजी), बार्सिलोना, स्पेन, में प्रो. सैलोम प्रैट के साथ यह जानने के लिए काम कर रहे हैं कि पौधों को फोटोपेरियोड क्या बनाता है और यह विभिन्न विकास प्रक्रियाओं जैसे कि फूल, ट्यूबराइजेशन आदि को कैसे प्रभावित करता है, जो सीधे आलू में फसल की उपज से संबंधित हैं।