सीतापुर : मनरेगा में गांधी का नाम हटाने के विरोध में मजदूरों का प्रदर्शन

 


सीतापुर, 22 दिसंबर (हि.स.)। सीतापुर में सोमवार का दिन मनरेगा से गांधी का नाम हटाने के विरोध प्रदर्शन के नाम रहा। एक तरफ जहां सांसद राकेश राठौर ने शाम तक उपवास किया तो वहीं दूसरी तरफ संगतिन किसान मजदूर संगठन (एसकेएमएस) से जुड़े मजदूर साथियों ने मनरेगा को हटाकर लाए गए नए कानून “विकसित भारत गारंटी रोज़गार और आजीविका मिशन (ग्रामीण)” के विरोध में सोमवार को जोरदार प्रदर्शन किया। दोपहर बड़ी संख्या में मजदूर कांशीराम कॉलोनी के पास एकत्र हुए और लालबाग चौराहा होते हुए आँख अस्पताल स्थित गांधी पार्क पहुंचे, जहां महात्मा गांधी को नमन किया। इसके बाद रैली म्युनिसिपल मार्केट स्थित आंबेडकर पार्क पहुंची, जहां बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर को श्रद्धांजलि दी गई।

गांधी और आंबेडकर की मूर्ति पर माल्यार्पण कर हजारों मजदूर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे और प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा। प्रदर्शन के दौरान “विकसित भारत जी-राम-जी कानून वापस लो” और “मनरेगा में बदलाव बहाना है, मकसद गुलाम बनाना है” जैसे नारे लगाए गए।

मजदूरों ने कहा कि नया कानून मनरेगा की आत्मा और “काम के अधिकार” को खत्म कर देगा। इससे रोजगार एक अधिकार की जगह केवल सरकारी योजना बनकर रह जाएगा। अगुवाई कर रही रिचा सिंह ने बताया कि मनरेगा ने मजदूरों को न्यूनतम मजदूरी, महिलाओं को समान वेतन और पलायन से राहत दी। कोरोना काल में भी मनरेगा मजदूरों के लिए जीवन रेखा साबित हुई थी। संगठन ने नए कानून को तुरंत वापस लेने और मनरेगा के नाम, स्वरूप व उद्देश्य से छेड़छाड़ न करने की मांग की।

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हिन्दुस्थान समाचार / Mahesh Sharma