सनातन के विरुद्ध अनर्गल प्रलाप करने वाला स्वत: मिट जाएगा : जगदगुरू रामभद्राचार्य

 




कुशीनगर ,05 दिसंबर(हि.स.)। जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने कहा कि सनातन का अपमान करने वाला कोई सफल नहीं हो सकता है। अनर्गल प्रलाप करने वाले स्वयं समाप्त हो जाएंगे। इसका प्रमाण पांच राज्यों में हुआ विधानसभा चुनाव का परिणाम है। भारत देश की अपनी संस्कृति है, जिसकी जड़ में सनातन है। इस संस्कृति के आराध्य प्रभु श्रीराम हैं। वेद सनातन को मानने वालों में कोई भेद नहीं करता है। इसमें सभी समान हैं।

रामभद्राचार्य कुशीनगर के फाजिलनगर ब्लाक के सेमरा धाम में नौ दिवसीय रामकथा के पहले दिन मंगलवार की देर शाम को बोल रहे थे। उन्होंने प्रभु श्रीराम के चरित्र का वर्णन करते हुए कहा कि ''धनी बानी रउवा धनी दशरथ के ललनवा'' की व्याख्या करते हुए कहा कि प्रभु श्रीराम का चरित्र ऐसा था कि उन्हें जन्म देने वाले दशरथ का कुल भी धन्य हो गया। वे जीवनपर्यंत सांसारिक दुनिया की मर्यादा का पालन करते रहे।

बिहार के सिवान में नीतीश सरकार के द्वारा रामकथा की अनुमति नहीं देने के प्रकरण की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि मैं अब बिहार में तभी कथा कहने जाऊंगा जब वहां नीतीश की सरकार समाप्त हो जाएगी। सनातन के अपमान का कार्य विरोधी ऐसे ही करते रहे तो आगामी लोकसभा चुनाव में सभी साफ हो जाएंगे। मैं पूरे उत्तर प्रदेश का भ्रमण कर रहा हूं। अबकी बार यहां से 80 सांसद जीतेंगे। यह अयोध्या में प्रभु श्रीराम को स्थान मिलने का प्रभाव होगा। इससे पहले पूरे विधि विधान से व्यास गद्दी की पूजा की गई।

मुख्य यजमान अक्षयबर नाथ शुक्ला व जितेंद्र नाथ शुक्ला ने अयोध्या से आए धर्मगुरुओं के द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पूजा पाठ को कराया।जगद्गुरु का स्वागत करते हुए कुशीनगर के सांसद विजय कुमार दूबे ने कहा कि जगद्गुरु के कुशीनगर की धरती पर आने से पूरा क्षेत्र धन्य हो गई है। नौ दिनों तक जगद्गुरु के मुख से होने वाली रामकथा की अमृत वर्षा लोगों को हमेशा याद रहेगी। चंद्र प्रकाश यादव चमन,राणा प्रताप सिंह व अनिल निर्मल ने अतिथियों का स्वागत किया।संचालन प्रणय शुक्ला ने की।

हिंदुस्थान समाचार/गोपाल/पदुम नारायण