शीतलहर से बचाव, छात्रवृत्ति, उर्वरक व सिंचाई व्यवस्था को लेकर डीएम सख्त, दिए कई अहम निर्देश
औरैया, 17 दिसंबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के औरैया जिले के जिलाधिकारी डॉ. इन्द्रमणि त्रिपाठी ने कलेक्ट्रेट स्थित अपने कार्यालय कक्ष में जूम मीटिंग के माध्यम से विभिन्न विभागों के कार्यों की बुधवार काे समीक्षा करते हुए अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शीतलहर से बचाव के
लिए गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले पात्रों की सूची खंड विकास अधिकारियों से प्राप्त कर ग्राम पंचायत स्तर पर पंचायत घरों पर कंबल वितरण सुनिश्चित किया जाए। साथ ही कंबल वितरण की डिजिटल डायरी भी तैयार की जाए, जिससे कोई भी गरीब व असहाय व्यक्ति ठंड से वंचित न रहे।
जिलाधिकारी ने छात्रवृत्ति से संबंधित डाटा उपलब्ध न कराने वाले विद्यालयों पर नाराजगी व्यक्त करते हुए जिला विद्यालय निरीक्षक एवं संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि ऐसे विद्यालयों का तत्काल निरीक्षण कर नोटिस जारी किया जाए। उर्वरक की उपलब्धता व वितरण की संपूर्ण जानकारी एआर को-ऑपरेटिव से उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए।
अन्नदाताओं को फसल सिंचाई के लिए टेल तक पानी की जानकारी व फोटो उपलब्ध न कराए जाने पर अधिशासी अभियंता सिंचाई (नहर) पर नाराजगी जताई गई और डिजिटल डायरी तत्काल उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। आवारा गोवंशों को गोआश्रय स्थलों में संरक्षित किए जाने की विकासखंडवार प्रतिदिन की सूचना मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को देने के निर्देश भी दिए गए।
इसके अलावा फार्मर रजिस्ट्री की धीमी प्रगति पर उप जिलाधिकारियों को प्रतिदिन समीक्षा कर प्रगति बढ़ाने को कहा गया। भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी की जन्मशताब्दी के समापन अवसर पर विद्यालयों में निबंध, भाषण व एकल काव्य पाठ प्रतियोगिताएं कराने के भी निर्देश दिए गए। साथ ही विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम (एसआईआर) में 90 प्रतिशत से कम प्रगति वाले बीएलओ के कार्य की समीक्षा कर सुधार लाने को कहा गया।
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हिन्दुस्थान समाचार / सुनील कुमार