मनरेगा से गांधी का नाम हटाने के विरोध में सांसद राकेश राठौर का उपवास-सत्याग्रह
सीतापुर, 22 दिसंबर (हि.स.)। मनरेगा से महात्मा गांधी का नाम हटाने और संसदीय समिति की सिफारिशों को दरकिनार किए जाने के विरोध में सीतापुर के सांसद राकेश राठौर ने सोमवार को अंबेडकर पार्क में उपवास सत्याग्रह शुरू किया। सत्याग्रह का समापन शाम 5 बजे के बाद सुप्रसिद्ध लेखक अरुण अवध द्वारा जूस पिलाकर कराया गया।
इस अवसर पर अंबेडकर मूर्ति स्थल पर एकत्र लोगों को संबोधित करते हुए सांसद राकेश राठौर ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार मनरेगा को धीरे-धीरे समाप्त करने की नीति पर काम कर रही है। गांधी का नाम हटाना उसी साजिश का हिस्सा है, ताकि गरीबों को मिलने वाली रोजगार की संवैधानिक गारंटी खत्म की जा सके। उन्होंने आरोप लगाया कि डॉ. अंबेडकर और नेहरू के बाद अब गांधी पर हमला किया जा रहा है, क्योंकि ये तीनों महापुरुष भाजपा के “तानाशाही हिंदू राष्ट्र” के एजेंडे में बाधा हैं। कांग्रेस किसी भी कीमत पर यह साजिश सफल नहीं होने देगी।
आईपीएफ के राज्य सचिव डॉ. बृजबिहारी ने कहा कि लोकसभा की संसदीय समिति ने मनरेगा में 400 रुपये प्रतिदिन मजदूरी और 150 दिन के काम की सिफारिश की थी। कई राज्य सरकारें यह मजदूरी दे भी रही हैं, लेकिन केंद्र सरकार ने समिति की रिपोर्ट को फाइलों में दबा दिया।
कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष शिवप्रकाश सिंह ने चेतावनी दी कि यदि मनरेगा का मूल स्वरूप नहीं बचाया गया तो जन आंदोलन तेज किया जाएगा।
उपवास सत्याग्रह से पूर्व सांसद के नेतृत्व में सैकड़ों लोग गांधी पार्क पहुंचकर गांधी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर अंबेडकर पार्क आए। मजदूर किसान मंच के सैकड़ों मजदूरों ने सुनील रावत और राधेश्याम कनौजिया के नेतृत्व में समर्थन प्रदर्शन किया।
कार्यक्रम में कांग्रेस उपाध्यक्ष सुनीता चौधरी ने जिले की सभी नौ विधानसभा क्षेत्रों में उपवास सत्याग्रह और जिला स्तर पर मनरेगा सम्मेलन आयोजित करने का प्रस्ताव रखा, जिसे सर्वसम्मति से पारित किया गया। इस दौरान राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा गया।
कार्यक्रम में राजेश पाल, जिला कांग्रेस प्रवक्ता एहितिशाम बेग, जिला महामंत्री हसीना खातून, जिला उपाध्यक्ष अनुपमा द्विवेदी सहित कई नेता व कार्यकर्ता मौजूद रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / Mahesh Sharma