छात्र-छात्राओं को दी गई साइबर सुरक्षा की जानकारी
मेरठ, 03 मई (हि.स.)। शोभित विश्वविद्यालय मेरठ के इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में शुक्रवार को साइबर सुरक्षा पर कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें छात्र-छात्राओं को साइबर सुरक्षा की जानकारी दी गई।
शोभित विश्वविद्यालय के कम्प्यूटर विभाग में शुक्रवार को साइबर सुरक्षा पर आयोजित कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य छात्रों में इंटरनेट पर डिजिटल गोपनीयता की क्षमता विकसित करना रहा। कार्यशाला में मुख्य वक्ता उद्योग विशेषज्ञ एवं एचसीएल टेक नोएडा के साइबर सुरक्षा विश्लेषक आशु अग्रवाल ने छात्रों को इंटरनेट पर नई तकनीक की जानकारी दी। उन्होंने समझाया कि इंटरनेट पर कैसे सुरक्षित रहें। ऑनलाइन धोखाधड़ी, फ़िशिंग से खुद को कैसे बचाएं। वायरस, व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया ऐप्स की हैकिंग से कैसे बचें। छात्रों ने वास्तविक जीवन के उदाहरण सीखे और अपनी डिजिटल सुरक्षा के बारे में अधिक जागरूक हुए।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर जयानंद ने छात्रों को साइबर सुरक्षा सीखने और अपने जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया, क्योंकि इस युग में एक तकनीकी व्यक्ति होना बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि हमारे विश्वविद्यालय के सभी छात्रों को इसके बारे में पता होना चाहिए।
इस अवसर पर कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग के डीन डॉ. वीके त्यागी ने इस डिजिटल पीढ़ी में तकनीकी रूप से फिट रहने के लिए प्रेरित किया, जितना हम अपने शारीरिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हैं। हमें अपने डिजिटल कल्याण को भी उतना ही महत्व देना चाहिए। हमें किसी के प्रति जागरूक रहना चाहिए। तरह-तरह की डिजिटल धोखाधड़ी और हमें यह जानना चाहिए कि हम उनसे खुद को कैसे बचा सकते हैं और दूसरों को कैसे बचा सकते हैं। साथ ही इंजीनियरिंग विभाग के निर्देशिका डॉ. प्रोफेसर निधि त्यागी ने कहा कि छात्रों को अपने कौशल को बढ़ाने और आज के समय के साथ सक्षम होने के लिए प्रौद्योगिकी से संबंधित गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग लेना चाहिए। कार्यशाला को सभी विद्यार्थियों ने खूब सराहा।
कार्यशाला में विभाग के सभी शिक्षक उपस्थित थे। डॉ. ममता बंसल, प्रो. विजय माहेश्वरी, प्रो. अविनव पाठक, प्रो. राजेश पांडे, प्रो. राजीव कुमार, प्रो. विनीत विश्नोई, प्रो. सुरभि सरोहा एवं प्रो. निमरा मिर्जा, प्रो. शिखा चौधरी, हिमानी चौधरी आदि मौजूद रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/ डॉ. कुलदीप/सियाराम