आईआईटी कानपुर में इंडेंटेशन स्क्रैच और ट्राइबोलॉजी’ पर एक दिवसीय संगोष्ठी आयोजित

 


कानपुर, 13 दिसम्बर (हि.स.)। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) कानपुर के एडवांस्ड सेंटर फॉर मैटेरियल्स साइंस (एसएमएस) और मैटेरियल्स साइंस एंड इंजीनियरिंग (एमएसई) विभाग ने मिलकर रीसेंट अध्वंसमेंट्स इन इंटेंटशन सर्च एंड ट्राइबोलॉजी विषय पर एक-दिवसीय संगोष्ठी आयोजित की।

कार्यक्रम की शुरुआत प्रोफेसर अनीश उपाध्याय, विभागाध्यक्ष, एसीएमएस, आईआईटी कानपुर ने प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए किया। उन्होंने संगोष्ठी के आयोजन की आवश्यकता और उद्देश्य बताए। इसके बाद प्रोफेसर कांतेश बलानी, विभागाध्यक्ष, एमएसई, आईआईटी कानपुर ने नैनोमैकेनिक्स के महत्व और इसके मैटेरियल डिजाइन तथा नए मैटेरियल खोज में उपयोग पर चर्चा की। कुल 62 प्रतिभागियों ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया, जिनमें लगभग 10 प्रतिभागी ऑनलाइन जुड़े। इस संगोष्ठी के आयोजन में Anton Paar का सहयोग रहा।

संगोष्ठी में तीन तकनीकी व्याख्यान हुए। पहले व्याख्यान में प्रोफेसर कांतेश बलानी ने नैनोइंडेंटेशन की मूल अवधारणाएं समझाईं। दूसरे व्याख्यान में प्रोफेसर सुधांशु एस. सिंह ने कॉन्टिन्यूस स्टिफनेस मेजरमेंट्स की प्रक्रिया पर जानकारी दी। तीसरे व्याख्यान में प्रोफेसर मंजेश सिंह ने ट्राइबोलॉजी की बुनियादी बातें और उसके उपयोग बताए। इसके अलावा डॉ. मोहम्मद एपी यज़्दी ने एक विशेष व्याख्यान दिया, जिसमें उन्होंने इंडेंटेशन, स्क्रैच और ट्राइबोलॉजी के व्यवहारिक उपयोगों पर प्रकाश डाला।

दोपहर के सत्र में प्रतिभागियों ने उन्नत परीक्षण सुविधाओं का दौरा किया और एसीएमएस में आयोजित प्रायोगिक प्रदर्शन सत्र में हिस्सा लिया। वहीं, समापन सत्र में प्रतिभागियों ने अपने सकारात्मक अनुभव साझा किए और इस प्रकार की और संगोष्ठियों के आयोजन की इच्छा जताई। कार्यक्रम का समापन प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित कर सौहार्दपूर्ण वातावरण में किया।

हिन्दुस्थान समाचार / रोहित कश्यप