कानपुर के विकास में आत्मनिर्भरता के साथ नये क्षेत्रों को खोजे युवा : कुलपति

 


कानपुर, 09 अप्रैल (हि.स.)। आज जरूरत है एक ऐसा विजन विकसित करने की जहां विभिन्न क्षेत्र आपस में मिलकर आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ाए जा सके। शहर के विकास में आत्मनिर्भरता सबसे मजबूत अंग होता है और युवाओं को कानपुर के विकास में नए क्षेत्रों को खोजना होगा। साथ ही साथ उद्योग और शिक्षा का सामंजस्य बनाना होगा। हमारा मकसद कानपुर की युवा शक्ति को कानपुर में ही रोजगार के अवसर पैदा करना है। यह बातें मंगलवार को सीएसजेएमयू के कुलपति प्रो. विनय पाठक ने कही।

छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) एवं मर्चेंट चैंबर ऑफ़ उत्तर प्रदेश के संयुक्त तत्वाधान में आत्मनिर्भर कानपुर, संभावनाएं एवं चुनौतियां विषय पर कॉन्क्लेव हुआ। आयुर्वेदाचार्य डॉ वंदना पाठक ने योग एवं स्वास्थ्य और विशेष रूप से आयुर्वेद के महत्व को बताते हुए कहा कि यह एक ऐसा क्षेत्र है जो पर्यटन की दृष्टि से भी कानपुर को आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ा सकता है। डॉ सुधांशु राय ने पैनल डिस्कशन का संचालन करते हुए आत्मनिर्भर कानपुर में बिजनेस, इंडस्ट्री, शिक्षा एवं स्वास्थ्य के विषय पर चर्चा की।

उद्योग के विषय पर आर के जालान ने कहा कि कानपुर में वे सभी सुविधा पर्याप्त मात्रा में है जो शहर को आत्मनिर्भर बनाने के लिए आवश्यक है सिर्फ जरूरत है तो भावनात्मक रूप से कानपुर के साथ जुड़ने की। उन्होंने कहा आज का दौर स्टार्टअप का दौर है जिसमें असीम संभावनाएं हैं। उन्होंने रोजगार पर सबसे ज्यादा फोकस करने को कहा।

संयुक्त आयुक्त उद्योग सुनील कुमार ने कहा उद्योग के मानचित्र पर कानपुर स्थापित है आज सिर्फ एक नए विचार और रणनीति के साथ उद्योग का विस्तार कर रोजगार बढ़ा सकते हैं जो आत्मनिर्भर होने का सूचक है। उन्होंने युवाओं को हैप्पीनेस का महत्व बताया जो समय की आवश्यकता है।

हिन्दुस्थान समाचार/अजय/राजेश