संवत्सरव्यापी चतुर्वेद स्वाहाकार विश्वकल्याण महायज्ञ,संपूर्ति पर निकली जलयात्रा

 


-जलयात्रा सभी तीर्थों की उपस्थिति का प्रतीक:प्रो. बिहारी लाल शर्मा

वाराणसी,09 जून (हि.स.)। सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय के वेद विभाग में संवत्सरव्यापी चतुर्वेद स्वाहाकार विश्वकल्याण महायज्ञ के 90 दिनों की भव्यता के साथ संपूर्ति के सम्मान में रविवार को परिसर में जलयात्रा निकाली गई। श्री शांतिदेवी विद्यापीठ जोधपुर राजस्थान के अग्निहोत्री विद्वान पुखराज बिस्सा के नेतृत्व में पंचदिवसीय नवकुण्डात्मक रुद्र महायज्ञ का बृहद आयोजन भी शुरू हुआ। जलयात्रा में शामिल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बिहारी लाल शर्मा ने बताया कि मांगलिक कार्यक्रम के पूर्व जलयात्रा सभी तीर्थों की उपस्थिति का प्रतीक है, जिससे तीर्थों की सन्निधि में यज्ञ करने से पुण्य की वृद्धि एवं मानव जीवन में सुख समृद्धि का संचार होता है। नवकुण्डात्मक रुद्र महायज्ञ में प्रथम दिन अरणि मंथन से भगवान अग्निदेव को प्रकट कर अग्निस्थापना की गई और रुद्र महायज्ञ प्राराम्भ हुआ।

-देवताओं की सान्निध्य का साक्षात अनुभव हो रहा

जोधपुर के अग्निहोत्री पुखराज बिस्सा ने बताया कि विश्वविद्यालय में विश्वकल्याण के लिए अनवरत चल रहे यज्ञ से देवताओं की सान्निध्य का साक्षात अनुभव हो रहा है। विश्वविद्यालय द्वारा किये जा रहे इस पवित्र कार्य से सम्पूर्ण देश लाभान्वित हो रहा है। आज इस यज्ञ की सुगंध और ऊर्जा से देशभर की अनेकों संस्थाएं सहभाग करने की इच्छुक हैं,वे शीघ्र ही जुड़ेगी।

-वर्ष पर्यंत चलने वाले महायज्ञ में देशभर से कई सनातनी जुड़ रहे

यज्ञ के संयोजक एवं आचार्य डॉ. विजय कुमार शर्मा ने बताया कि वर्ष पर्यन्त चलने इस यज्ञ में कोई भी सनातनी भाग ले सकता है। तीन माह में अनेक श्रद्धालुओं ने इस महनीय कार्य मे अपना योगदान देकर पुण्य लाभ लिया है। उन्होंने बताया कि जोधपुर की शांति देवी विद्यापीठ के 150 भक्तों ने जलयात्रा के साथ सात दिनों तक सहभाग करेंगे।

हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/सियाराम