यमुना व रिन्द नदी में खतरे के ऊपर बढ़ा जलस्तर, तटवर्ती गांव के ग्रामीण पलायन को मजबूर

 


फतेहपुर, 01 अगस्त (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में लगातार यमुना व उसकी सहायक रिन्द नदी का जलस्तर खतरे से ऊपर बढ़ रहा है। ऐसे में तटवर्ती गांवों के लोग पलायन को मजबूर हो रहे हैं। फसलें जलमग्न देख किसान परेशान हैं।

शुक्रवार को तेज बहाव से यमुना नदी बड़ी तबाही के संकेत दे रही है। जिससे तटवर्ती क्षेत्र के गांवों में दहशत का माहौल बना हुआ है। जिला प्रशासन की ओर से अभी तक बाढ़ चौकी नहीं बनाई गई है। बढ़ते जलस्तर के चलते दो जनपदों की सीमाओं के मध्य तेज वेग से बह रही यमुना नदी ने तटवर्ती क्षेत्र के कई गांवों को चपेट में ले लिया है।

आज सुबह पहर यमुना का पानी बढ़ा तो कई गांवों को अपनी आगोश में जकड़ लिया है। सड़कों पर जल भराव होने के कारण कई गांवों का संपर्क मुख्य मार्ग से टूट गया है।

तटवर्ती क्षेत्रों में जलभराव के कारण ग्रामीण किसानों ने बताया कि फसलों का भारी नुकसान हुआ है। गंगोली, सैबसी, मौहारी, जमरौली, कुकेडी, रेंगना सहित कई गांवों के हालात काफी खराब बताए जा रहे हैं। वहीं रिंद नदी भी उफान पर है। नदी के तराई क्षेत्र की हजारों बीघे फसलों का भारी नुकसान हुआ है। तटवर्ती क्षेत्रों के लोगों ने पलायन शुरू कर दिया है।

नायब तहसीलदार सुरेश चंद्रा ने गंगोली पहुंच कर बाढ़ का जायजा लिया है और बचाव कार्य शुरू करने की बात कही है।

हिन्दुस्थान समाचार / देवेन्द्र कुमार