विश्व प्रसिद्ध पौराणिक तीर्थ चित्रकूट में धूमधाम से मनाया गया प्रभु श्रीराम का जन्मोत्सव
चित्रकूट,17 अप्रैल (हि.स.)। विश्व प्रसिद्ध पौराणिक तीर्थ चित्रकूट ने रामनवमी का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है। श्रीतुलसी पीठ चित्रकूट में पद्मविभूषण एवं ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित जगदगुरू रामभद्राचार्य महाराज के सानिध्य में हजारों भक्तों की मौजूदगी में प्रभु श्रीराम का जन्मोत्सव मनाया गया। इस मौके पर पद्मश्री से सम्मानित लोक गायिका मालिनी अवस्थी के बधाई गीतों ने कार्यक्रम में रौनक बढ़ा दी। वहीं कानपुर के हास्य कलाकार अन्नू अवस्थी ने भी अपनी मनमोहक प्रस्तुतियों से लोगों का मन मोह लिया। तुलसीपीठ के साथ साथ कामतानाथ मंदिर और मंदाकिनी के रामघाट तट पर स्थित भरत मंदिर में भी बड़े धूमधाम के साथ रामनवमी का पर्व मनाया गया।
भगवान श्री राम की जन्मभूमि अयोध्या में बने भव्य मंदिर में प्राणप्रतिष्ठा के बाद बुधवार को पहली रामनवमी का पर्व पूरे देश के साथ साथ तपोभूमि चित्रकूट में बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जा रहा हैं। सुबह से ही मंदाकिनी के रामघाट में हजारों भक्तों ने आस्था की डुबकी लगाने के बाद मनोकामनाओं के पूरक भगवान श्री कामतानाथ जी के दर्शन और पूजन कर कामदगिरि पर्वत की पंचकोसीय परिक्रमा लगाई।
रामजनमोत्सव को लेकर कामतानाथ मंदिर में भव्य सजावट की गई थी। वहीं श्री तुलसी पीठ में जगदगुरू रामभद्राचार्य महाराज के सानिध्य में बड़े ही धूमधाम के साथ हजारों भक्तों ने रामनवमी का पर्व मनाया। ठीक 12 बजे प्रभु श्रीराम का जन्म हुआ और पूरा परिसर सोहर और बधाई गीतों से गूंज उठा।इस मौके पर सुप्रसिद्ध लोक गायिका मालिनी अवस्थी ने भी बधाई गीत गाया।
कार्यक्रम के दौरान पद्मश्री मालिनी अवस्थी ने कहा कि राम लला की यह पहली रामनवमी है। गुरु रामभद्राचार्य जी महाराज के सानिध्य में रामनवमी का उत्सव मनाने के लिए चित्रकूट आई है। जगदगुरू के साथ उन्होंने भी बधाई गीत गाया है। हास्य कलाकार अन्नू अवस्थी ने कहा कि चित्रकूट में सबसे जोरदार रामनवमी का पर्व मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि चित्रकूट में जगदगुरू रामभद्राचार्य के रूप में साक्षात भगवान श्री राम विराजमान हैं। जगदगुरू की चरणों की धूल के साथ रामनवमी का पर्व मना रहे हैं। इसके अलावा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सलाहकार अवनीश अवस्थी ने कहा कि भगवान श्री राम की जन्मभूमि अयोध्या के साथ साथ तपोभूमि चित्रकूट का चहुमुखी विकास हो रहा है।
बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे और एयरपोर्ट के शुरू होने से क्षेत्र का पर्यटन विकास हो रहा रहा है।वही भरत मंदिर के महंत दिव्य जीवन दास महाराज ने कहा कि चित्रकूट में भगवान श्री राम नित्य निवास करते है।चित्रकूट में मंदाकिनी में आस्था की डुबकी लगा कर भगवान श्री कामतानाथ जी की परिक्रमा लगाने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। इसके अलावा कामतानाथ मंदिर के महंत मदन गोपाल दास महाराज ने कहा कि प्रभु श्रीराम ने वनवास काल का सर्वाधिक साढ़े 11 वर्ष का समय चित्रकूट के कामदगिरि पर्वत पर व्यतीत किया था।
जन्मभूमि अयोध्या से कहीं अधिक महत्व चित्रकूट का है। सकड़ो वर्षों की प्रतीक्षा के बाद अयोध्या में भव्य मंदिर का निर्माण हुआ है। प्राण-प्रतिष्ठा के बाद यह पहली रामनवमी है, जिसकी वजह से इस बार पूरे देश के साथ साथ तपोभूमि चित्रकूट में भी रामनवमी का पर्व बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है। बताया कि रात में चित्रकूट में 21 लाख दीप प्रज्जवलित कर गौरव दिवस मनाया जाएगा।
इसी क्रम में गायत्री शक्ति पीठ मे सामूहिक जनेऊ संस्कार कार्यक्रम का आयोजन हुआ। 12कुण्डीय गायत्री महायज्ञ के साथ वैदिक परम्परा के अनुसार गायत्री शक्तिपीठ के संचालक डॉ रामनारायण त्रिपाठी ने गायत्री मन्त्र की दीक्षा और संस्कार का महत्व समझाया। उन्होंने कहा कि गायत्री मन्त्र की दीक्षा के बाद ही ब्राह्मण बनते है। सवा लक्ष गायत्री मन्त्र जप कर लेने पर ही ब्राह्मणत्व सिद्ध होता है। नव दिवसीय गायत्री जप साधना का समापन भी गायत्री यज्ञ के साथ हुआ।
तुलसीपीठ में हुए कार्यक्रम में जगदगुरू के उत्तराधिकारी आचार्य रामचंद्र दास महाराज,जिलाधिकारी अभिषेक आनंद,पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह,दिव्यांग विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. शिशिर कुमार पांडेय,निजी सचिव आर पी मिश्रा,डॉक्टर मनोज कुमार पांडेय,डॉक्टर विशेष नारायण मिश्रा आदि हजारों लोग मौजूद रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/रतन/बृजनंदन