सिलाई के हुनर से महिलाएं खुद स्थापित कर सकती है अपना व्यवसाय: डॉ.मिथिलेश वर्मा
कानपुर,31 अगस्त (हि.स.)। सिलाई का हुनर रहने से महिलाएं आत्मनिर्भर बनकर स्वयं का व्यवसाय स्थापित करके घर की आमदनी में वृद्धि कर सकती है। यह बात शनिवार को चन्द्रशेखर आज़ाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के कृषि विज्ञान केंद्र दलीप नगर में एसी एवं एसपी योजना के तहत संचालित छह दिवसीय सिलाई प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केन्द्रकी महिला वैज्ञानिक डॉ मिथिलेश वर्मा ने कहीं।
उन्होंने कहा कि महिला उपयोगी वस्तुओं को तैयार करने का प्रशिक्षण प्राप्त करके घर बैठे रेडीमेड कपड़ा तैयार करने का हुनर प्राप्त किया। जिससे अपने परिवार पर कपड़ों की सिलाई पर होने वाला खर्च की बचत कर उस खर्च से अपने बच्चों की स्कूल की फीस की पूर्ति कर सकती है। इस प्रकार के प्रशिक्षण से स्वयं का व्यवसाय स्थापित कर घर की आमदनी में वृद्धि कर सकती है। इस प्रशिक्षण में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने हेतु फ़ैन्सी सिलाई करने के टिप्स को बताया गया। जिससे वे अधिक से अधिक पैसा अर्जित कर सकती है। उक्त ट्रेनिंग में 25 महिलाओं ने भाग लिया।
समापन के अवसर पर केंद्र के पशुपालन वैज्ञानिक डॉ शशिकांत ने महिलाओं को वर्षा ऋतु में पशुओं को होने रोगों के बारे में विस्तार से बताया, जिसमें उक्त गाँव के किसान छुन्ना यादव की गाय की समस्या का निदान भी बताया गया। इस प्रकार महिलाओं ने भी पशुपालन की भी जानकारी प्राप्त की। उक्त ट्रेनिंग में केंद्र के वैज्ञानिक डॉ शशिकांत और सतावनपुरवा के प्रगतिशील किसान छुन्ना यादव आदि ने ट्रेनिंग में सहयोग प्रदान किया।
हिन्दुस्थान समाचार / रामबहादुर पाल