बीएचयू यूरोलॉजी विभाग में महिला को मिला जीवन, किडनी से 2.5 किलो का ट्यूमर निकाला

 


वाराणसी,12 फरवरी (हि.स.)। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय चिकित्सा विज्ञान संस्थान के यूरोलॉजी विभाग के वाह्य रोग विभाग में 66 वर्षीया एक महिला को नया जीवन मिला है। विभाग की टीम ने महिला के बांए किडनी से 2.5 किलो का एंजियोमायोलिपोमा ट्यूमर को आपरेशन से सफलता पूर्वक निकाल दिया।

आपरेशन टीम में शामिल डॉ यशस्वी सिंह ने सोमवार को बताया कि मिर्जापुर जनपद की निवासिनी महिला के पेट के बाए हिस्से में दर्द, बुखार और पेसाब में खून आने की समस्या थी। विभाग में इसकी जांच करने पर बाए किडनी में एंजियोमायोलिपोमा टयूमर बड़े साइज का दिखा। उन्होंने बताया कि इस बीमारी में किडनी में ट्यूमर कभी भी फट सकता है और मरीज की जान को खतरा रहता है। जांच में मरीज के डीसीएमपी नामक दिल की घातक बीमारी का भी पता चला। जिसके कारण ऑपरेशन करके ट्यूमर निकालना कठिन था। इससे मरीज की जान को खतरा था। ऐसे में डॉ समीर त्रिवेदी, खुद यशस्वी सिंह और डॉक्टर उज्जवल की टीम ने रेडियोलॉजी विभाग से बात करके ट्यूमर को नसों के माध्यम से उपचार की रणनीति बनाई । मरीज के साथ बातचीत करके रेडियोलॉजी विभाग की मदद से ट्यूमर का नसों के माध्यम से उपचार किया गया और मरीज को थोड़ा आराम मिला । फिर मरीज को लगभग तीन महीने पश्चात पुनः दिक्कत होने पर यूरोलॉजी विभाग की सर्जिकल टीम ने विभागाध्यक्ष डॉक्टर समीर त्रिवेदी की अगुवाई में ऑपरेशन करने का निर्णय लिया। लगभग 4.5 घंटे के अथक प्रयास के बाद 2.5 किलो का ट्यूमर और साथ में 1.5 लीटर खून जो मवाद का रूप ले चुका था, निकाला गया।

डॉ यशस्वी ने बताया कि विभाग की सर्जिकल टीम को एंजियोमायोलिपोमा ट्यूमर का ऑपरेशन करने का पूर्वोत्तर भारत में सबसे ज्यादा महारत हासिल है और विभाग ने पिछले 10 वर्षो में तकरीबन 200 किडनी ट्यूमर मरीजों को जीवन दान दिया है।

हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/पदुम नारायण