पछुआ हवाओं से उत्तर प्रदेश का बदला मौसम, गिरा तापमान

 


- पश्चिमी उत्तर प्रदेश में दो दिन बाद हल्की बारिश की संभावना

कानपुर, 15 मार्च (हि.स.)। उत्तर प्रदेश में इन दिनों लगातार मौसम का मिजाज बदल रहा है। गुरुवार को जहां हवाओं की बदली दिशाओं के साथ खिली धूप से तापमान बढ़ गया था तो वहीं शुक्रवार को हवाओं की दिशाएं पछुआ हो गईं। इसके साथ ही आसमान में बादलों की आवाजाही बनी रही जिससे तापमान गिर गया। मौसम विभाग का कहना है कि मध्य और पूर्वी उत्तर प्रदेश में मौसम साफ रहेगा, लेकिन पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आगामी दो दिन हल्की बारिश की संभावना है।

चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने शुक्रवार को बताया कि उत्तर पश्चिमी मध्य प्रदेश और आसपास के निचले स्तरों पर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। एक ट्रफ रेखा गंगीय पश्चिम बंगाल से लेकर ओडिशा होते हुए उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश तक फैली हुई है। एक ट्रफ रेखा पूर्वी विदर्भ से लेकर तेलंगाना और रायलसीमा होते हुए उत्तरी तमिलनाडु तक फैली हुई है।

उत्तरी आंतरिक कर्नाटक और इससे जुड़े इलाकों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। एक और चक्रवाती परिसंचरण दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी पर है। इससे अगले 24 घंटों के दौरान असम, अरुणाचल प्रदेश, केरल और ओडिशा के उत्तरी तट पर हल्की बारिश संभव है। 16 मार्च से उत्तरी तेलंगाना विदर्भ, पूर्वी मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में छिटपुट बारिश शुरू हो सकती है। 17 मार्च को पश्चिमी हिमालय पर सक्रिय होने जा रहे पश्चिमी विक्षोभ का उत्तर प्रदेश में भी पड़ेगा, खासकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में, इस क्षेत्र में हल्की बारिश की संभावना है। मध्य और पूर्वी उत्तर प्रदेश मौसम शुष्क जरुर रहेगा लेकिन बारिश की संभावना नहीं है।

बताया कि कानपुर में अधिकतम तापमान 29.0 और न्यूनतम तापमान 15.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 57 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 32 प्रतिशत रही। हवाओं की दिशाएं उत्तर पश्चिम रहीं जिनकी औसत गति 2.8 किमी प्रति घंटा रही। मौसम पूर्वानुमान के अनुसार अगले पांच दिनों में हल्के से मध्यम बादल छाये रहने के आसार हैं, किन्तु वर्षा होने की कोई संभावना नहीं है।

हिन्दुस्थान समाचार/अजय/राजेश