जल संरक्षण को लेकर समर्पित है आरेडिका

 


रायबरेली,15 जून(हि.स.)। आधुनिक रेल कोच कारखाने की ओर से जल संरक्षण को समर्पित और सक्रिय भागीदारी निभा रहा है। कोच परिसर के कई नालों को संरक्षित करते हुए वर्षा जल के संचयन के लिए भी कई महत्वपूर्ण प्रयास किये जा रहे हैं।

रेल कोच के महाप्रबंधक पीके मिश्रा ने शनिवार को कहा कि इस मूल्यवान संसाधन के प्रबंधन एवं संरक्षण की दिशा में सक्रिय कदम उठाना हमारी प्रमुख जिम्मेदारी है। जल संरक्षण का अभिप्राय जल की हर बूंद से है।

महाप्रबंधक पीके मिश्रा ने कहा कि पानी की प्रत्येक बूंद को संरक्षित करने के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण से प्रेरित होकर,जल शक्ति अभियान के हिस्से के रूप में आरेडिका ने जल संरक्षण एवं प्रबंधन की रणनीति की योजना बनाई और 2023-24 में 100 मिलियन लीटर जल संरक्षण क्षमता विकसित की। वित्तीय वर्ष 2023-24 में आधुनिक रेल डिब्बा कारखाना रायबरेली ने प्रति वर्ष 30.20 मिलियन लीटर की पुनर्भरण क्षमता वाले पांच वर्षा जल संचयन का निर्माण किया था। जल संरक्षण की लागत को कम करने के लिए मौजूदा तालाब के चारों ओर रिचार्ज बोर की खुदाई के माध्यम से वर्षा जल संचयन की अवधारणा विकसित की गई है,जिसमें कंक्रीट और ईंट के काम को पूरी तरह से समाप्त कर दिया गया है, यह एक नयी हरित जल रिचार्जिंग अवधारणा है।

उन्होंने बताया कि मौजूदा तालाब की परिधि पर दस रिचार्ज बोरवेल का निर्माण किया गया,जिससे जल पुनर्भरण क्षमता 33.12 मिलियन लीटर प्रति वर्ष बढ़ गई है। उपरोक्त के अलावा जॉगर्स एवं इको पार्क में एक मौजूदा तालाब का विस्तार किया गया है,जिसके परिणामस्वरूप जल धारण क्षमता में 18 मिलियन लीटर की वृद्धि हुई। 12.49 मिलियन लीटर जल धारण क्षमता वाले तीन तालाबों का निर्माण किया गया है।

उन्होंने बताया कि आरेडिका परिसर में मथना नाला से गुजरने वाले वर्षा जल का डायवर्जन किया गया है। यह एक गेम चेंजर साबित होने जा रहा है क्योंकि इससे दर्जनों गांवों को कवर करने वाले बड़े जलग्रहण क्षेत्र के वर्षा जल का संचयन कर उपरोक्त निर्मित एवं विस्तारित तालाबों में किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि एमसीएफ ने चालू वर्ष 2024-25 में 100 मिलियन लीटर जल संरक्षण क्षमता बनाने की योजना बनाई है।

हिन्दुस्थान समाचार/रजनीश/राजेश