ग्राम प्रधानों ने सचिव के खिलाफ उठाई कार्रवाई की मांग

 


महोबा, 26 सितम्बर (हि.स.)। महोबा में ग्राम विकास अधिकारी के खिलाफ ग्राम प्रधानों का विरोध प्रदर्शन लगातार जारी है। गुरुवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे प्रधानों ने ग्राम विकास अधिकारी के स्थानांतरण की मांग उठाते हुए जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा है। जिलाधिकारी ने मामले को गम्भीरता से लेते हुए डीपीआरओ को जांच सौंपी है।

जनपद में प्रधान और ग्राम विकास अधिकारियों के बीच छिड़ी रार से विकास कार्य बाधित हो रहे हैं। पिछले चार दिनों से पनवाड़ी विकासखंड के अधिकांश ग्राम प्रधान ग्राम विकास अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। अखिल भारतीय प्रधान संगठन के अध्यक्ष संजय द्विवेदी के नेतृत्व में प्रधानों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर धवार कलस्टर में तैनात ग्राम विकास अधिकारी ओम तिवारी पर गांव के विकास कार्य में लापरवाही बरतने और आवास के नाम पर रिश्वत मांगने के आरोप लगाए हैं। साथ ही ग्राम प्रधानों ने आरोप लगाते हुए कहा कि तीन माह की तैनाती के बाद भी ग्राम विकास अधिकारी द्वारा पंचायत के खाते नहीं खुलवाए गए हैं जिससे विकास कार्य नहीं हो पा रहे हैं।जिलाधिकारी मृदुल चौधरी ने मामले को गम्भीरता से लेते हुए जिला पंचायती राज अधिकारी को जांच के निर्देश दिए हैं। ज्ञापन देने पहुंचे प्रधानों में बागोल प्रधान देवेंद्र कुमार, रिवई के राजेंद्र सिंह, जखा के देवेंद्र चंद्र, अमानपुरा के भवानीदीन, देवगनपुरा के संतोष कुमार समेत अन्य प्रधान मौजूद रहे हैं।

--ज्यादातर महिला प्रधान चूल्हा-चौका तक सीमित

उत्तर प्रदेश के महोबा में महिला प्रधानों के पति विकास कार्यों के साथ प्रधानी के कार्यों में दखल दे रहे हैं। ग्राम प्रधानों और ग्राम विकास अधिकारी के बीच छिड़ी रार में आधा दर्जन से अधिक महिला प्रधानों के पति मामले को हवा दे रहे हैं। जिलाधिकारी को सौंपे गए ज्ञापन में कई महिला प्रधानों के हस्ताक्षर थे। मगर उनके स्थान पर उनके पति प्रदर्शन करते हुए नजर आए और कार्रवाई की मांग उठा रहे हैं। कई महिला प्रधान चूल्हा चौकी तक ही सीमित रह गई हैं जबकि उनके स्थान पर उनके पति प्रधानी का काम कर रहे हैं। अधिकारियों के निर्देश के बाद भी महिला ग्राम प्रधानों के अधिकारों का परिजनों द्वारा हनन किया जा रहा है।

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हिन्दुस्थान समाचार / Upendra Dwivedi