1975 में दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र अंधेरे में चला गया था : उपराष्ट्रपति

 




























































-सीईएल के स्वर्णजयंती समारोह में नए लोगो का किया अनावरण

गाजियाबाद, 26 जून (हि.स.)। देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने बुधवार को कहा कि 1975 में दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र अंधेरे में चला गया था। उन्होंने कहा कि आज के भारत में आपातकाल की पुनरावृत्ति नहीं होगी ।

उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ बुधवार को गाजियाबाद पहुंचे। उन्होंने यहां साहिबाबाद औद्योगिक क्षेत्र स्थित सेंट्रल इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (सीईएल) के 50वें स्थापना दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने ने सीईएल के नए लोगो का भी अनावरण किया।

इस अवसर पर अपने संबोधन में उप राष्ट्रपति ने कहा कि भारत में संवैधानिक प्रजातंत्र की नींव बेहद मज़बूत है। इसलिए देश लगातार विकास की ओर बढ़ रहा है।। उपराष्ट्रपति ने सीईएल (सेंट्रल इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड) के स्वर्ण जयंती समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि कुछ वर्ष पहले घाटे में चलने वाली सीईएल का लाभ देने वाली मिनीरत्न बनना बहुत उत्साहजनक है। सीईएल रोल मॉडल है, दूसरों को इसकी सफलता से प्रेरणा और ऊर्जा लेनी चाहिए ।

उपराष्ट्रपति ने कहा कि प्रौद्योगिक हमारे जीवन एक अभिन्न अंग है। तकनीक और नवाचार जीवन को बदलने का प्रभावी मार्ग है। उपराष्ट्रपति ने ग्रीन उर्जा के के क्षेत्र में बैटरी और चार्जिंग तकनीक पर शोध पर बल दिया। उन्होंने सीईएल के वैज्ञानिकों और प्रौद्योगिकीविदों की भूमिका को स्वीकार करते हुए उन्हें नए भारत का निर्माता बताया। स्थापना दिवस समारोह में केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह और प्रदेश सरकार कैबिनेट मंत्री सुनील शर्मा व कम्पनी के अधिकारी भी मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/फरमान अली

/बृजनंदन