वाराणसी: योगी सरकार बनी बेसहारा बच्चों और परिवार का सहारा, स्टांप मंत्री ने सौंपा 5 लाख का चेक

 
वाराणसी।  उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने वाराणसी के सरसौली में करंट लगने से असामयिक मृत्यु का शिकार हुए परिवार के बेसहारा बच्चों और परिजनों के लिए आर्थिक सहायता प्रदान कर उनका सहारा बनने का सराहनीय कार्य किया। स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविंद्र जायसवाल ने गुरुवार को पीड़ित परिवार को 5 लाख रुपये की राहत राशि का चेक सौंपा। इसके साथ ही बच्चों की निःशुल्क पढ़ाई, भरण-पोषण के लिए प्रति माह 4,000-4,000 रुपये, और परदादी के लिए 30,000 रुपये की सहायता की घोषणा की।

8 मई 2025 को सरसौली वार्ड के भोजुवीर में एक ही परिवार के तीन सदस्यों—राजेंद्र जायसवाल (पुत्र स्व. शंकर), उनके बेटे सोनू जायसवाल, और बहू प्रीति जायसवाल—की बिजली के करंट लगने से दुखद मृत्यु हो गई। इस हादसे के बाद परिवार में दो छोटे बच्चे, मानसिक रूप से अक्षम चाचा दिनेश, और परदादी बेसहारा रह गए। इस संकट की घड़ी में मंत्री रविंद्र जायसवाल के प्रयासों से योगी सरकार ने त्वरित सहायता प्रदान की।

सरकार की आर्थिक सहायता

मंत्री रविंद्र जायसवाल ने पीड़ित परिवार को 5 लाख रुपये की राहत राशि का चेक प्रदान किया। उन्होंने बताया कि दोनों बच्चों की पढ़ाई-लिखाई निःशुल्क होगी और उनके भरण-पोषण के लिए सरकार प्रत्येक बच्चे को प्रतिमाह 4,000 रुपये देगी। इसके अतिरिक्त, परदादी के भरण-पोषण के लिए 30,000 रुपये की सहायता दी जाएगी। यह सहायता परिवार की देखभाल और बच्चों के भविष्य को सुरक्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

योगी सरकार की संवेदनशीलता

मंत्री रविंद्र जायसवाल ने कहा, "योगी सरकार संकट की इस घड़ी में पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है। बच्चों का भविष्य और परिवार की देखभाल हमारी प्राथमिकता है।" इस पहल ने सरकार की संवेदनशीलता और जनकल्याण के प्रति प्रतिबद्धता को रेखांकित किया।

उपस्थित गणमान्य व्यक्ति

इस अवसर पर अरविंद सिंह, एडीएम सदर अमित कुमार, मंडल अध्यक्ष विवेक पांडेय, पूर्व मंडल अध्यक्ष रतन कुमार मौर्या, पार्षद कुसुम पटेल, पार्षद संदीप रघुवंशी, पूर्व पार्षद दिनेश यादव, सुधीर पाल, विकास जायसवाल, और क्षेत्र के कई अन्य लोग उपस्थित रहे। सभी ने सरकार के इस कदम की सराहना की।