वाराणसी:प्रधानमंत्री मोदी संत रविदास की 25 फीट ऊंची कांस्य प्रतिमा का करेंगे अनावरण

 


-पिछले वर्ष सीएम योगी के हाथों भेजा था शुभकामना संदेश,संत रविदास के सपनों के बेगमपुरा का किया था जिक्र , तीसरी बार आयेंगे मंदिर

वाराणसी,22 फरवरी (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या में जन्मस्थान पर बने भव्य मंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के ठीक एक माह बाद गुरुवार रात दो दिन के प्रवास पर अपने संसदीय क्षेत्र काशी में आ रहे हैं। बरेका गेस्टहाउस में रात्रि विश्राम के बाद प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार को बीएचयू परिसर स्थित स्वतंत्रता भवन में काशी सांसद ज्ञान, संस्कृत व सांसद फोटोग्राफी प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार देने के साथ उनसे संवाद करेंगे। फिर संत रविदास के जन्मस्थली सीर गोवर्धन स्थित मंदिर में मत्था टेकेंगे। रविदासी संत निरंजन दास सहित अन्य सन्तों से मुलाकात के बाद संत की 25 फीट ऊंची कांस्य प्रतिमा का अनावरण कर यहां लाखों रैदासी श्रद्धालुओं को सम्बोधित करेंगे। सभा में प्रधानमंत्री सियासी समीकरण साधने के साथ संत रविदास के सपनों के बेगमपुरा का जिक्र कर संत गुरु रविदास जन्मस्थान पर किए गए विकास कार्यों का भी उल्लेख करेंगे। प्रधानमंत्री ने वर्ष 2019 में रविदास मंदिर के कायाकल्प के लिए शिलान्यास किया था। प्रधानमंत्री मोदी संत शिरोमणि रविदास जी के जन्मस्थान पर तीसरी बार आ रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले वर्ष प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों संत रविदास की जयंती पर जन्मस्थान सीरगोवर्धन में शुभकामना संदेश भी भेजा था। प्रधानमंत्री का संदेश खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रैदासी संतों और लाखों श्रद्धालुओं की मौजूदगी में पढ़ कर सुनाया था। इसके बाद मुख्यमंत्री ने डेरा सचखंड बल्लां और रविदासिया धर्म प्रमुख संत निरंजन दास से मिलकर उनका हालचाल पूछा था। प्रधानमंत्री ने अपने संदेश में कहा था कि सबका विकास,सबका विश्वास,सबका प्रयास के जिस मंत्र के साथ हम आगे बढ़ रहे हैं ,उसमें संत रविदास के न्याय,समानता और सेवा पर आधारित कालजयी विचारों के भाव समाहित हैं।

प्रधानमंत्री ने संदेश दिया था कि आजादी के अमृतकाल में संत के मूल्यों से प्रेरणा लेकर एक सशक्त,समावेशी राष्ट्र के निर्माण के साथ 21वीं सदी में विश्व पटल पर भारत को नई ऊंचाई तक लेकर जाएंगे। प्रधानमंत्री ने ऐसा चाहूं राज मैं, जहां मिले सबन को अन्न। छोट-बड़ो सब सम बसे, रैदास रहे प्रसन्न।। संत के इस संदेश का उल्लेख कर कहा कि उनके विचार,दर्शन आज भी प्रासंगिक है। समाज में सकारात्मक परिवर्तन के लिए उन्होंने सौहार्द्र की भावना पर बल दिया। दरबार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, आम आदमी पार्टी के संयोजक व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, सूबे की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती,पंजाब के मुख्यमंत्री समेत कई बड़े नेता हाजिरी लगा चुके है।

संत रविदास मंदिर की चौखट, दरवाजे, स्वर्ण शिखर के साथ ही संत की पालकी और दीया भी सोने का बना हुआ है। रविदास मंदिर में संत की प्रतिमा के आगे जलने वाला दीपक 35 किग्रा सोने से बना हुआ है। मंदिर में 130 किलो सोने की पालकी भी है। इस पालकी को वर्ष में एक बार जयंती के दिन ही मंदिर में निकाला जाता है। मंदिर के शिखर का कलश और छत्र सभी सोने से बना है।

हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/सियाराम