वाराणसी: उल्लास पूर्ण माहौल में बहनों ने भाई के कलाई में बांधा रक्षा सूत्र

 


भद्रा के चलते अपराह्न 1.30 के बाद पर्व की रौनक

वाराणसी, 19 अगस्त (हि.स.)। बहन-भाई के अटूट स्नेह का प्रतीक पर्व रक्षाबंधन सोमवार को उल्लासपूर्ण माहौल में मनाया जा रहा है। भद्राकाल के चलते अपराह्न 1.32 मिनट के बाद पर्व की रौन​क घरों और बाजारों में दिखी। बहनों ने अपने भाई के दीर्घायु एवं सुख समृद्धि की कामना की और उनके कलाई पर राखी बांधा। थाली में राखी, रोरी, अक्षत दीप आदि सजाकर भाई के माथे पर चावल के साथ तिलक किया। इसके बाद कलाई में राखी बांधकर आरती उतारी। सुबह से भूखे पेट अपने भाईयों की कलाईयों पर राखी बांधने की प्रतीक्षा कर रही बहनों ने अपने भाईयों को राखी बांधकर ही अपना व्रत तोड़ा। भाईयों ने भी अपने हाथों से बहनों को मिठाई खिलाकर उनका व्रत खुलवाते हुए आजीवन रक्षा करने का वचन दिया। पर्व पर नन्हें-मुन्हें भाईयों ने अपने पूरे हाथ में रंग-बिरंगी राखियां बंधवाई।

भाई के घर पर राखी बांधनें के लिए पहुंची विवाहित बहनों पर भाईयों ने भी प्यार लुटाया। उन्हें साड़ी, जेवर आदि बतौर उपहार दिया। पर्व पर छोटे-छोटे बच्चों का प्रेम भी देखते बन रहा था। सुबह से ही नए वस्त्र पहन कर बहनें अपनी संतान, पति के साथ वाहन पर सवार होकर बाजारों में पहुंची। मिठाईयों की दुकानों से मनपसंद मिठाईयां खरीदी और राखी की सजी दुकानों से राखी लेकर अपने मायके के लिए रवाना हुईं। पर्व पर घरों में 'बहना ने भाई की कलाई पे प्यार बांधा है, प्यार के दो तार से संसार बांधा है..', 'भइया मेरे राखी के बंधन को निभाना, भैया मेरे छोटी बहन को न भुलाना..जैसे सदाबहार फिल्मी गानों की गूंज रही।

पर्व पर सोशल मीडिया ने भी शहर से बाहर या विदेश में रहने वाले भाईयों व बहनों की दूरियों को कम किया। भाईयों ने बहनों द्वारा भेजी राखियों को बांधा और उसकी फोटो वाट्सएप के जरिये शेयर की। अपनी बहनों से हजारों किलोमीटर दूर रहने वाले ऐसे हजारों भाईयों ने सोशल साइट्स के जरिये रक्षाबंधन सेलिब्रेट किया। फेसबुक और वाट्सएप ने भाई-बहन के प्यार के पर्व को यादगार बनाया। लोगों ने बहनों के साथ जमकर सेल्फी ली और उसे फेसबुक, ट्विटर व वाट्सएप पर शेयर किया। वहीं, दिन भर रक्षाबंधन की बधाई देने का सिलसिला भी जारी रहा। नगर के विभिन्न थानों में जाकर सामाजिक संगठनों की महिलाओं ने पुलिस कर्मियों को रक्षासूत्र बांध उनके साथ रक्षाबंधन पर्व मनाया।

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी / राजेश