चुनावी माहौल में वाराणसी मंडलायुक्त लंबित परियोजनाओं को लेकर गंभीर,समीक्षा बैठक
वाराणसी, 04 मार्च (हि.स.)। लोकसभा चुनाव की तैयारियों के बीच वाराणसी परिक्षेत्र के मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा लंबित परियोजनाओं को लेकर संजीदा है। सोमवार को समीक्षा बैठक में कमिश्नर ने कहा कि लंबित कार्य 10 अप्रैल तक पूरा कर लें। लोक निर्माण विभाग के अफसरों से कमिश्नर ने कहा कि निर्माणाधीन छह सड़कों का कार्य निर्धारित समय तक पूरा करें। अन्यथा विभागीय शिथिलता में सभी संबंधित अधिकारियों तथा निर्माणाधीन संस्था के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। मंडलायुक्त ने समिति बनाकर लोकनिर्माण विभाग की शहर में निर्माणाधीन पांच सड़कों पर बने पांच साइट्स पर कार्य चलते हुए नहीं पाये जाने पर सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया। इसी तरह रविन्द्रपुरी कॉलोनी में जल संस्थान को पूर्व में सीवर लाइन के लिए स्वीकृत टेंडर की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित करने को कहा। इसकी रिपोर्ट एक सप्ताह में देने का निर्देश भी दिया। उन्होंने वाराणसी-रिंग रोड फेज-2 के अंतर्गत गतिमान कार्यों जिनकी समयावधि फरवरी 2024 थी उसकी समीक्षा की। बैठक में एनएचएआई के अफसरों ने बताया कि चंदौली में दो आरओबी के डिजाइन पॉलिसी के कार्य पेंडिंग होने पर देरी हुई है। जिसके एक तरफ के कार्यों को तीस अप्रैल 2024 तथा दूसरे तरफ के कार्यों को दिसम्बर 2024 तक पूरा करा लिया जायेगा।
रेलवे के अफसरों ने बताया कि निर्माणाधीन यार्ड रिमाडलिंग फेज-2 के कार्यों को अप्रैल 2024 तक पूरा करा लिया जायेगा। निर्माणाधीन कज्जाकपुरा रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) निर्माण में देरी तथा डिजाइन में बार-बार बदलाव करने पर हो रहे विलंब के लिये राजकीय सेतु निगम के अफसरों से पूरी जानकारी ली।
उन्होंने कहा कि सभी कार्य 15 अप्रैल तक नहीं पूरा कराने पर शासन को पत्र प्रेषित किया जायेगा। कमिश्नर ने चीफ इंजीनियर को मौके पर मौजूद रहकर कार्यों को गति देने को कहा। बैठक में विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग ने बताया कि सारनाथ में चल रहे प्रो-पुअर टूरिज्म के निर्माणाधीन कार्य को 75 फीसदी पूरा करा लिया गया है।
पुरानी काशी के 6 वार्डों में पर्यटन के दृष्टिगत लैकफेड की ओर से कराये जा रहे सुंदरीकरण के कार्यों को 31 मार्च तक पूरा करने को कहा गया है। समय पर कार्य न होने पर सर्वे करते हुए कार्यों में शिथिलता के आरोप में तीनों ठेकेदारों तथा लैकफेड से सभी स्वीकृत 27 करोड़ की धनराशि वसूल करते हुए पर्यटन विभाग को वापस की जायेगी। बैठक में जिलाधिकारी एस राजलिंगम, मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल, लोकनिर्माण, सेतु निगम, राजकीय निगम के अफसर मौजूद रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/बृजनंदन