पारंपरिक उत्पादों का 'वैश्विक महाकुंभ' बनेगा यूपीआईटीएस-2024
लखनऊ, 14 सितंबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश को 'उद्यम प्रदेश' बनाने के लिए योगी सरकार प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक तरफ जहां स्वयं प्रत्येक मंच से प्रदेश के उत्पादों की अक्सर ब्रांडिंग करते रहते हैं। वहीं, दूसरी तरफ शासन को निर्देशित कर विभिन्न आयोजनों के माध्यम से यहां के उद्यमियों को अपने उत्पाद की ब्रांडिंग का अवसर भी उपलब्ध कराते हैं।
इस कड़ी में 25 से 29 सितंबर के बीच आयोजित होने जा रहा यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो- 2024 (यूपीआईटीएस- 2024) प्रदेश के पारंपरिक उद्यमियों के लिए 'वैश्विक महाकुंभ' साबित होगा। इस क्रम में, वाराणसी, अयोध्या, गोरखपुर, प्रयागराज, झांसी मंडलों के 270 से अधिक स्थानीय व पारंपरिक उत्पादों के उद्यमियों ने विभिन्न केटेगरीज के अंतर्गत अब तक रजिस्ट्रेशन करा लिया है। आने वाले दिनों में इस प्रक्रिया में और तेजी आएगी।
रजिस्ट्रशेन कराने वाले उद्यमी हथकरघा, टेराकोटा, हस्तशिल्प, स्मॉल स्केल इंडस्ट्रीज, एमएसएमई, ओडीओपी समेत विभिन्न श्रेणियों के उद्यमों का संचालन कर रहे हैं, जो इस भव्य आयोजन में हिस्सा लेंगे। वहीं, नए निर्यातक, हस्तशिल्पी व महिला उद्यमी भी आयोजन में सहभागिता को लेकर बेहद उत्साहित और आशान्वित हैं। उनका एक स्वर में कहना है कि सीएम योगी की नीतियां न केवल प्रदेश की परंपरा को संरक्षित कर रही है, बल्कि हमारे उत्पादों के लिए वैश्विक बाजार तक पहुंच को भी सुलभ बना रही है। उनके अनुसार, इससे हमारे उत्पादों की पहुंच दुनिया के विभिन्न देशों तक हुई है। इससे हमारी कमाई में भी बढ़ोतरी होगी।
वाराणसी मंडल के 44 हस्तशिल्पी लेंगे यूपीआईटीएस में हिस्सा
वाराणसी मंडल के 44 हस्तशिल्पी, नए निर्यातक और महिला उद्यमी इंटरनेशनल ट्रेड शो में जाने के लिए पंजीकरण करा चुके है। उद्योग विभाग के संयुक्त आयुक्त उमेश सिंह ने बताया कि यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो में वाराणसी मंडल के 4 जिलों वाराणसी ,चंदौली जौनपुर और गाज़ीपुर के वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट के 20 उद्यमी हिस्सा लेंगे। वहीं, सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम (जिसमें लकड़ी के खिलौने, गुलाबी मीनाकारी, दरी, बेवरेज, मेडिकल प्रोडक्ट्स बायो फ़र्टिलाइज़र,मसाला नूडल्स व बनारसी सिल्क उद्योग आदि शामिल है) से जुड़े 16 उद्यमी भी प्रतिभाग करेंगे। बनारसी सिल्क साड़ी तथा कालीन उद्योग से जुड़े 8 नए निर्यातक समेत कुल 44 उद्यमी आयोजन में हिस्सा लेने के लिए रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं।
वाराणसी मंडल के 4 जिलों के विभिन्न कैटेगरी में उद्यमियों की संख्या
एमएसएमई महिला युवा उद्यमी
-वाराणसी -6
-जौनपुर -4
-गाज़ीपुर -2
-चंदौली -4
एक जिला एक उत्पाद
-वाराणसी -15
-जौनपुर -3
-गाज़ीपुर -1
-चंदौली -1
नए निर्यातक
-वाराणसी---8
उद्यमियों ने कराया पंजीकरण
यूपीआईटीएस 2024 में हिस्सा लेने के लिए आगरा मंडल के 134 हस्तशिल्प ,नए निर्यातक और महिला उद्यमियों ने पंजीकरण कराया है। इसमें आगरा से 51, मथुरा से 23, फिरोजाबाद से 56, मैनपुरी से 04 शामिल हैं।
प्रयागराज में कुल 7 उद्यमियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है जिसमें 03 एमएसएमई इकाइयों के उद्यमी भी हिस्सा लेंगे। इन उद्यमियों को ट्रेड शो में रियायती दरों पर स्टॉल प्राप्त होंगे। अंबेडकरनगर से ओडीओपी के 4, सुल्तानपुर के एमएसएमई के 2 व ओडीओपी के 1, बाराबंकी से एमएसएमई के 4 व ओडीओपी के 2 व अमेठी के 2 ओडीओपी प्रोडक्ट्स से संबंधित उद्यमियों को यूपीआईटीएस 2024 में हिस्सा लेने का मौका मिलेगा।
यूपीआईटीएस 2024 में झांसी मंडल के तीनों जिलों झांसी, ललितपुर और जालौन के 10 उद्यमी अपने उत्पादों के साथ हिस्सेदारी करेंगे। ट्रेड शो में हिस्सा लेने के लिए जालौन के 1, ललितपुर के 2 और झांसी के 7 उद्यमियों ने अभी तक प्रस्ताव दिया है। इसी प्रकार, बरेली में विभिन्न सेक्टर के 22 उद्यमी, बदायूं के 3, पीलीभीत के 4 तथा शाहजहांपुर के 3 उद्यमी हिस्सा ले रहे हैं। कुल मिलाकर बरेली मंडल से 32 उद्यमी यूपीआईटीएस 2024 में अपनी सहभागिता अब तक सुनिश्चित करा चुके हैं।
मोहम्मद इजरायल हैंडीक्राफ्ट के डायरेक्टर कैसर जहां अहमद ने बताया कि यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो योगी सरकार का हैंडीक्राफ्ट्स व आर्टिसंस के लिए बहुत बड़ा तोहफा है। इससे इंटरनेशन बायर मिल रहा है। बीच से ब्रोकर के हटने से हम लोगों के हुनर का सही मूल्य मिल रहा है। ये कला धीरे-धीरे ख़त्म होने की कगार पर थी। आज इस कला के पुनर्जीवित होने से हुनरमंद शिल्पियों के घर चूल्हे जल रहे हैं।
शी क्रिएशन की डायरेक्टर हुर्रिया बानो ने बताया कि पहले बनारस का फैब्रिक बाहर जाकर डिजाइन होता था, अब सरकार ने वाराणसी को निफ़्ट का उपहार दिया है, जिससे वाराणसी को अच्छे डिजाइनर भी मिल रहे है। इसमे महिलाओं के लिए ‘रेडी टू वियर साड़ी’ ख़ास है जिसे विदेशी महिलाएं, यंग लड़कियां और मेट्रो सिटी की महिलाएं ज्यादा पसंद करती हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / बृजनंदन यादव