(अपडेट) मानसून सत्र : उप्र विधान सभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित
लखनऊ, 01
अगस्त (हि.स.)। उत्तर प्रदेश की 18वीं विधानसभा के वर्ष 2024 का द्वितीय सत्र गुरुवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गया। चार उपवेशनों के सत्र
के दौरान एक बार भी सदन की कार्यवाही स्थगित नहीं हुई। इस दौरान सदन की कार्यवाही
कुल 19 घंटे 41 मिनट तक चली।
विधान सभा कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक 29 जुलाई से प्रारम्भ हुए मानसून सत्र में
नियम-300 के
अंतर्गत कुल प्राप्त सूचनाओं की संख्या 16, सुनकर आग्रह की गयी सूचनाएं 02 तथा अस्वीकार सूचनाएं 14 रहीं। नियम-301 के तहत कुल 356 सूचनाएं प्राप्त हुईं। उनमें 191 स्वीकृत एवं 165 अस्वीकृत हुईं। कार्यवाही के दौरान कुल
प्राप्त प्रश्न-2233, स्वीकृत
तारांकित प्रश्न - 372, अतारांकित
प्रश्न 1448 रहे।इनमें कुल 819 प्रश्न उत्तरित हुए। 2233 प्रश्नों में 1903 ( 85.22 प्रतिशत) प्रश्न आनलाइन प्राप्त हुए।
नियम-311 के
अंतर्गत एक भी सूचना प्राप्त नहीं हुई।
इसी प्रकार
नियम-56 के
अन्तर्गत कुल 29 सूचनाएं
प्राप्त हुईं, 07 ग्राह्यता
हेतु सुनी गयीं। नियम-103 के
अंतर्गत कुल प्राप्त 28 प्रस्तावों
में सभी 28 प्रस्ताव
ग्राह्य हुए। विगत सत्रों के चर्चाधीन प्रस्तावों की संख्या 12 रही। सत्र के दौरान सरकार से वक्तव्य
मांगने वाले नियम-51 के
अन्तर्गत 444 सूचनाएं
प्राप्त हुईं। इनमें वक्तव्य के लिए 18, केवल वक्तव्य के लिए 06, ध्यानाकर्षण के लिए 189 सूचनाएं तथा 231 सूचनाएं अस्वीकार की गयीं।
वहीं इस सत्र में कुल-428 याचिकाएं
प्राप्त की गयीं, जिसमें 318 ग्राह्यता
के उपरान्त स्वीकार की गयीं। नियम सीमा से अधिक प्रस्तुत एंवविलम्ब से प्राप्त याचिकाओं की संख्या 110 तथा प्रस्तुत प्रतिवेदनों की संख्या 05 रही।
कुल 12 विधेयक विचारण एवं पारण के लिए
प्रस्तुत किए गए।
1- उत्तर
प्रदेश राज्य विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक 2024
2- उत्तर
प्रदेश निजी विश्वविद्यालय( द्वितीय संशोधन) विधेयक, 2024
3- उत्तर
प्रदेश निजी विश्वविद्यालय (तृतीय संशोधन) विधेयक, 2024
4- उत्तर
प्रदेश निजी विश्वविद्यालय (चतुर्थ संशोधन) विधेयक, 2024
5- उत्तर
प्रदेश विधि विरूद्व धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध (संसोधन) विधेयक 2024
6- उत्तर प्रदेश
नजूल संपत्ति ( लोक प्रयोजनार्थ प्रबन्ध और उपयोग) विधेयक 2024
7- उत्तर
प्रदेश सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों का निवारण ) विधेयक 2024
8- उत्तर
प्रदेश राज्य राजधानी क्षेत्र औरं अन्य क्षेत्र विकास प्राधिकरण विधेयक 2024
9- कारखाना
(उत्तर प्रदेश संशोधन ) विधेयक 2024
10 - उत्तर
प्रदेश नोडल विनिधान रीजन विनिर्माण (निर्माण) क्षेत्र विधेयक 2024
11 -बोनस
संदाय (उत्तर प्रदेश संशोधन) विधेयक 2024
12 - उत्तर
प्रदेश विनियोग (2024 - 2025 का
अनुपूरक) विधेयक 2024
विधान सभा अध्यक्ष ने की सभी
दलीय नेताओं की सराहना
सत्र के
समापन पर विधानसभा अध्यक्ष सतीश
महाना ने प्रदेश के मुख्यमंत्री व नेता सदन योगी आदित्यनाथ सहित नेता प्रतिपक्ष माता
प्रसाद पांण्डेय (समाजवादी पार्टी) अपना दल (एस) के नेता राम निवास वर्मा, राष्ट्रीय लोकदल के नेता राजपाल सिंह
बालियान, निर्बल
इंडियन शोषित हमारा आम दल के नेता अनिल कुमार त्रिपाठी, भारतीय सुहेलदेव पार्टी के नेता ओम
प्रकाश राजभर, भारतीय
राष्ट्रीय कांग्रेस की नेता आराधना मिश्रा ‘मोना, जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के नेता कुंवर
रघुराज प्रताप सिंह ‘राजा भइया, सहित सभी दलीय नेताओं के सहयोग की प्रशंसा
की।
विधानसभा
अध्यक्ष के उत्तम स्वास्थ्य की कामना की
इस मौके
पर संसदीय कार्य व वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना का आाभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने
बायपास सर्जरी होने के बाद भी सदन का सुचारू और बेहतरीन ढंग से संचालन किया। कामना है कि वह ऐसे ही हंसते मुस्कराते
रहें। नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने भी विधानसभा अध्यक्ष का आभार व्यक्त
करते हुए यही बात दोहराई। इनके अलावा सभी दलीय नेताओं ने भी विधानसभा अध्यक्ष सतीश
महाना के उत्तम स्वास्थ्य की कामना की।
उप्र
विधान परिषद स्थगित
उप्र
विधान परिषद में नजूल भूमि विधेयक 2024 रोक लिया गया है। परिषद में यह विधेयक पास
नहीं हो पाया। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ सदस्य भूपेन्द्र चौधरी ने सदन में कहा
कि इस मुद्दे पर अभी सहमति नहीं बन पाई है। इसलिए इसे प्रवर समिति को भेजा जाए। भूपेन्द्र
चौधरी उप्र भाजपा के अध्यक्ष भी हैं। उनके इस प्रस्ताव को सभापति ने स्वीकार लिया
और समीक्षा के लिए प्रवर समिति को भेजने का निर्णय लिया। प्रवर समिति दो माह में इस
पर रिपोर्ट देगी। इसके साथ उप्र विधान परिषद में भी सारे विधायी कार्य पूरा
करते हुए सदन अनिश्चित काल के लिए स्थगित हो गया है।
हिन्दुस्थान समाचार / दिलीप शुक्ला / आकाश कुमार राय