राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष चारू चौधरी ने एसओएस चिल्ड्रन विलेज में बच्चों से किया संवाद

 


—बालिकाओं के साथ मोटिवेशनल सेशन में भागीदारी की,मोटिवेशनल स्पीच कराने के लिए दिए निर्देश

वाराणसी,20 दिसंबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष चारू चौधरी ने शनिवार को चौबेपुर स्थित एसओएस चिल्ड्रन विलेज का दौरा कर वहां रह रहे बच्चों से संवाद किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने संस्थान में साफ-सफाई, शिक्षा एवं अन्य व्यवस्थाओं का जायजा लिया। अधिकारियों द्वारा बताया गया कि चिल्ड्रन विलेज में रह रहे 118 बच्चों को घर जैसा सुरक्षित और अनुकूल वातावरण उपलब्ध कराया जा रहा है। उपाध्यक्ष ने बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की।

इसके बाद उपाध्यक्ष ने कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, शिवपुर का निरीक्षण किया। निरीक्षण के समय विद्यालय में कुल 79 बालिकाएं उपस्थित पाई गईं।

उन्होंने बालिकाओं के साथ मोटिवेशनल सेशन में भाग लिया और उन्हें आत्मनिर्भर व जागरूक बनने के लिए प्रेरित किया। इस दौरान विद्यालय की वार्डन विशाखा सिंह को निर्देश दिए गए कि प्रत्येक माह विभिन्न विभागों के अधिकारियों को आमंत्रित कर बालिकाओं के लिए प्रेरक व्याख्यान (मोटिवेशनल स्पीच) आयोजित कराए जाएं। बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के तहत सभी बालिकाओं को बाल विवाह न करने की शपथ भी दिलाई गई। विद्यालय में साफ-सफाई एवं अन्य व्यवस्थाएं संतोषजनक पाई गईं।

यहां से उपाध्यक्ष ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, चिरईगांव का निरीक्षण किया, जहां मरीजों की संख्या एवं उपलब्ध व्यवस्थाएं उचित पाई गईं। हालांकि, साफ-सफाई की व्यवस्था को और बेहतर बनाने के निर्देश दिए गए। उपाध्यक्ष ने कबीर चौरा स्थित जिला महिला चिकित्सालय का भी निरीक्षण किया। चिकित्सा अधिकारी डॉ. नीता वर्मा एवं डॉ. अलका सिंह ने उन्हें महिला वार्ड, सिजेरियन वार्ड तथा स्पेशल वार्ड का भ्रमण कराया।

अस्पताल में साफ-सफाई की व्यवस्था अत्यंत अच्छी पाई गई तथा मरीजों को सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। अधिकारियों ने बताया कि अस्पताल में प्रतिमाह लगभग 400 महिलाओं की डिलीवरी होती है। निरीक्षण के दौरान उपाध्यक्ष ने मरीजों से संवाद कर उन्हें मिल रही सुविधाओं की जानकारी ली।

मुख्यमंत्री सुमंगला योजना के संबंध में पूछने पर कई महिलाओं को योजना की जानकारी न होने की बात सामने आई। इस पर उपाध्यक्ष ने निर्देश दिया कि अस्पताल में हेल्प डेस्क स्थापित कर जन्म लेने वाली सभी बालिकाओं का योजना में पंजीकरण सुनिश्चित किया जाए। इस अवसर पर महिला कल्याण विभाग की संरक्षण अधिकारी निरुपमा सिंह एवं महिला थाने से उप निरीक्षक प्रतिभा चौहान भी उपस्थित रहीं।

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी