वाराणसी में ठंड और गलन से जनजीवन बेहाल,कक्षा आठ तक के विद्यालय 30 दिसम्बर तक बंद

 


वाराणसी, 28 दिसम्बर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के वाराणसी सहित पूर्वांचल के जिलों में रविवार को ठंड और गलन से जनजीवन बेहाल रहा। जिले में शाम सात बजे जिले का अधिकतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 10 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार अगले दो दिनों तक सुबह के समय कोहरा और ठिठुरन बनी रहेगी और शाम को ठंड असर दिखायेगी। जिले में ठंड और गलन को देखते हुए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अनुराग श्रीवास्तव ने प्री-प्राइमरी से कक्षा-8 तक के समस्त राजकीय, परिषदीय, अशासकीय सहायता प्राप्त, निजी मान्यता प्राप्त,सीबीएसई, आईसीएसई बोर्ड सहित अन्य बोर्ड के समस्त विद्यालयों का संचालन 30 दिसम्बर तक बंद रखने का निर्देश दिया है।

बीएसए के अनुसार विभागीय एवं अन्य कार्यों के लिए अध्यापक एवं अन्य कर्मचारी पूर्व की भांति विद्यालय पर उपस्थित रहेंगे। आदेश का अनुपालन कड़ाई से सुनिश्चित करने के लिए उन्होंने निर्देश दिया है। शीतलहर और लगातार गिरते तापमान को देखते हुए नगर निगम वाराणसी ने आमजन को ठंड से राहत दिलाने के उद्देश्य से व्यापक स्तर पर अलाव जलाने की व्यवस्था की है।

नगर आयुक्त हिमांशु नागपाल के आदेश पर रविवार शाम नगर के 412 प्रमुख स्थानों पर अलाव जलाए गए। नगर निगम द्वारा यह व्यवस्था विशेष रूप से चौराहों, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, प्रमुख बाजारों, रैन बसेरों, झुग्गी-झोपड़ी क्षेत्रों एवं सार्वजनिक स्थलों पर की गई, जहां ठंड से प्रभावित जरूरतमंद और राहगीरों को सीधा लाभ मिल सके। नगर आयुक्त ने सम्बंधित अधिकारियों को निर्देशित किया है कि शीतलहर की अवधि तक अलाव जलाने की व्यवस्था निरंतर एवं प्रभावी रूप से जारी रखी जाए तथा किसी भी स्थान पर लापरवाही न बरती जाए। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि अलाव के लिए प्रयुक्त ईंधन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रहे। नगर निगम की टीमें नियमित रूप से अलाव स्थलों का निरीक्षण कर रही हैं। नागरिकों से भी अपील की गई है कि यदि किसी क्षेत्र में अलाव की आवश्यकता हो तो नगर निगम के सम्बंधित जोन कार्यालय अथवा कंट्रोल रूम को सूचित करें, ताकि तत्काल कार्रवाई की जा सके।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी