अगले पांच वर्षों में प्रमुख शहरों में भारतीय रेलवे की रेल गाड़ियों की संचालन क्षमता दोगुनी करने की योजना

 


— वाराणसी सिटी एवं बनारस स्टेशनों पर उपलब्ध और कराए जा रहे क्षमता विस्तार के कार्यों का महत्वपूर्ण योगदान

वाराणसी,27 दिसंबर (हि.स.)। देश के व्यस्त रेलवे स्टेशनों पर बढ़ते यात्री दबाव को देखते हुए भारतीय रेलवे ने क्षमता वृद्धि के लिए ठोस कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। रेल मंत्रालय यात्रियों की लगातार बढ़ती मांग को ध्यान में रखते हुए अगले पाँच वर्षों में प्रमुख शहरों से ट्रेनों के संचालन की क्षमता को वर्तमान स्तर से दोगुना करने की दिशा में कार्य कर रहा है। इसके तहत अल्पकालिक एवं मध्यम अवधि के उपायों के साथ-साथ बुनियादी ढांचे के विस्तार पर विशेष जोर दिया जा रहा है। भारतीय रेलवे द्वारा वर्ष 2030 तक संचालन क्षमता दोगुनी करने के लिए जिन 48 शहरों की सूची जारी की गई है, उसमें वाराणसी भी शामिल है। इस लक्ष्य की प्राप्ति में पूर्वोत्तर रेलवे के अंतर्गत आने वाले वाराणसी शहर के दो प्रमुख स्टेशन—बनारस और वाराणसी सिटी—महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।

पूर्वोत्तर रेलवे, वाराणसी मंडल के जनसम्पर्क अधिकारी ने शनिवार को बताया कि बनारस स्टेशन पर हाल के वर्षों में क्षमता विस्तार से जुड़े कई अहम कार्य पूरे किए गए हैं। वर्तमान में बनारस स्टेशन पर 8 प्लेटफॉर्म, 4 वॉशिंग पिट, 4 स्टेबलिंग लाइन सहित कुल 10 रनिंग लाइन उपलब्ध हैं, जिनके माध्यम से प्रतिदिन 104 सवारी गाड़ियां और 14 मालगाड़ियां संचालित की जा रही हैं। यहां से रोजाना 52 गाड़ियां ओरिजिनेट एवं टर्मिनेट होती हैं। इसके अलावा, एक नई स्टेबलिंग लाइन का कार्य स्वीकृत है, जिसके पूर्ण होने पर अतिरिक्त ट्रेनों का संचालन संभव हो सकेगा। अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत किए गए विकास कार्यों से यात्री प्रबंधन क्षमता में भी उल्लेखनीय सुधार हुआ है।

इसी प्रकार, वाराणसी सिटी स्टेशन पर भी क्षमता विस्तार के लिए कई महत्वपूर्ण परियोजनाएं क्रियान्वित की गई हैं। वर्तमान में यहां 5 प्लेटफॉर्म, 1 वॉशिंग पिट, 1 स्टेबलिंग लाइन सहित कुल 9 रनिंग लाइन हैं, जिनके माध्यम से प्रतिदिन 108 सवारी गाड़ियां और 14 मालगाड़ियां संचालित हो रही हैं। स्टेशन से प्रतिदिन 28 गाड़ियां ओरिजिनेट एवं टर्मिनेट होती हैं। भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए यहां 2 नई रनिंग लाइन, 1 आइलैंड प्लेटफॉर्म, 2 स्टेबलिंग लाइन और 1 डॉक लाइन के निर्माण को स्वीकृति दी गई है। इन कार्यों के पूर्ण होने के बाद स्टेशन की संचालन क्षमता में और वृद्धि होगी।

जनसम्पर्क अधिकारी ने बताया कि वाराणसी से जुड़ने वाले प्रमुख रेलखंडों—बनारस–प्रयागराज, वाराणसी सिटी–मऊ, वाराणसी सिटी–औड़िहार–जौनपुर, वाराणसी सिटी–औड़िहार–मऊ–आजमगढ़–शाहगंज, वाराणसी सिटी–औड़िहार–मऊ–इंदारा–फेफना तथा वाराणसी सिटी–गाजीपुर–बलिया–बकुलहा—का दोहरीकरण एवं विद्युतीकरण कार्य पूर्ण हो चुका है, जिससे संचालन क्षमता में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। वहीं, बकुलहा–मांझी एवं बेल्थरा रोड–पिविकोल खंड का दोहरीकरण कार्य अंतिम चरण में है। भारतीय रेलवे द्वारा वाराणसी शहर में रेलवे संचालन क्षमता को दोगुना करने के निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने में बनारस एवं वाराणसी सिटी स्टेशनों पर किए गए और प्रगति पर चल रहे क्षमता विस्तार कार्य निर्णायक भूमिका निभाएंगे।

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी