निलम्बन, जांच और एसीपी मामलों का त्वरित निस्तारण हो: डॉ. दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’

 


—आयुष अस्पतालों में दवाओं की उपलब्धता और निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर आयुष मंत्री ने दिया जोर

वाराणसी, 27 दिसम्बर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के आयुष, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ ने विभागीय कार्यप्रणाली को और अधिक प्रभावी, पारदर्शी एवं समयबद्ध बनाने के निर्देश दिए हैं।

शनिवार को उन्होंने स्पष्ट किया कि आयुष विभाग में अधिकारियों और कर्मचारियों से संबंधित निलम्बन, विभागीय जांच तथा एसीपी (आश्वस्त कैरियर प्रगति) से जुड़े सभी मामलों का निस्तारण प्राथमिकता के आधार पर किया जाए, ताकि अनावश्यक विलम्ब समाप्त हो सके। डॉ. दयालु ने कहा कि लंबे समय से रिक्त पदों के कारण विभागीय कार्य प्रभावित हो रहे हैं। ऐसे में उपलब्ध रिक्तियों के सापेक्ष संबंधित आयोग को शीघ्र अधियाचन भेजना सुनिश्चित किया जाए। साथ ही आयुर्वेद, होम्योपैथी और यूनानी निदेशालयों में लंबित प्रोन्नति मामलों का निस्तारण करते हुए योग्य कार्मिकों को समय से पदोन्नति दी जाए।

राज्य मंत्री ने प्रदेश के सभी आयुष चिकित्सालयों में औषधियों की निर्बाध उपलब्धता सुनिश्चित करने पर विशेष जोर दिया। कहा कि आमजन को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसके लिए दवा आपूर्ति की नियमित समीक्षा की जाए तथा आवश्यकता के अनुसार समय से क्रय और वितरण की प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।

इसके अतिरिक्त, डॉ. दयालु ने आयुष विभाग के अंतर्गत चल रहे निर्माण कार्यों की गुणवत्ता और समयबद्धता पर भी कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी निर्माण कार्य निर्धारित मानकों के अनुरूप हों और तय समयसीमा में पूरे किए जाएं। जो निर्माण कार्य पूर्ण हो चुके हैं, उनके लोकार्पण की प्रक्रिया भी प्राथमिकता पर पूरी की जाए, ताकि जनसामान्य को शीघ्र लाभ मिल सके।

आयुष मंत्री के पीआरओ गौरव राठी ने यह जानकारी दी। राठी ने बताया कि इस संबंध में प्रमुख सचिव आयुष रंजन कुमार, आयुष महानिदेशक चैत्रा बी., निदेशक होम्योपैथी डॉ. पी.के. सिंह तथा यूनानी निदेशक प्रोफेसर जमाल अख्तर को औपचारिक पत्र जारी कर आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी