वाराणसी : साल के अंतिम दिन दशाश्वमेघ घाट पर गंगा आरती में उमड़ा आस्था का सैलाब

 




5100 दीपों से ‘स्वागतम 2026’ लिखकर किया गया नए वर्ष का भव्य स्वागत

वाराणसी, 31 दिसंबर (हि.स.)। साल 2025 के अंतिम दिन बुधवार की शाम धार्मिक नगरी वाराणसी के दशाश्वमेघ घाट पर विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती के दौरान आस्था और उत्साह का अद्भुत संगम देखने को मिला। कड़ाके की ठंड और गलन के बावजूद गंगा सेवा निधि द्वारा आयोजित मां गंगा की आरती में श्रद्धालुओं और पर्यटकों का भारी जनसैलाब उमड़ पड़ा।

गंगा तट पर लाखों श्रद्धालु मां गंगा की आरती में शामिल हुए और गंगा गीतों पर ताल देते हुए भक्ति में लीन नजर आए। भव्य और अलौकिक आरती को देखकर श्रद्धालु भावविभोर हो उठे। आरती से पूर्व 5100 दीपों से ‘स्वागतम 2026’ लिखकर नए वर्ष का भव्य स्वागत किया गया, जिसने पूरे घाट को दीपों की रोशनी से जगमगा दिया।

नववर्ष के स्वागत को लेकर श्रद्धालुओं और पर्यटकों में जबरदस्त उत्साह देखा गया। गंगा आरती के समापन के बाद लोगों ने मां गंगा से नए साल में सुख, समृद्धि और शांति की कामना की।

गंगा सेवा निधि के अध्यक्ष सुशांत मिश्र ने बताया कि विश्व प्रसिद्ध मां गंगा की आरती के माध्यम से देश की उन्नति और कल्याण की प्रार्थना की गई। उन्होंने कहा कि दीपों की रोशनी से दशाश्वमेघ घाट पर अद्भुत और अलौकिक दृश्य साकार हो उठा। उनके अनुसार, गंगा आरती के दर्शन के लिए लगभग एक लाख श्रद्धालु घाट पर मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी