बीएचयू के पुरातन छात्र आईपीएस अनुराग आर्य मुख्यमंत्री उत्कृष्ट सेवा पुलिस पदक से सम्मानित
—ब्रोचा छात्रावास के प्रशासनिक संरक्षक व छात्रों ने उपलब्धि को गर्व का पल बताया,दी बधाई
वाराणसी,29 दिसंबर (हि.स.)। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू ) के पुरा छात्र वर्तमान में बरेली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य को मुख्यमंत्री उत्कृष्ट सेवा पुलिस पदक मिलने पर विश्वविद्यालय में हर्ष का माहौल है। माह अगस्त वर्ष 2024 में भी उन्हें इस उत्कृष्ट पदक से नवाजा जा चुका है। बीते रविवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में उन्हे इस पदक प्रदान किया।
सोमवार शाम विश्वविद्यालय के जनसम्पर्क कार्यालय ने अनुराग आर्य को सम्मान मिलने पर बधाई दी। विश्वविद्यालय प्रशासन ने कहा कि गर्व है कि उसने ऐसे व्यक्तित्व का पोषण किया है। अनुराग आर्य की असाधारण उपलब्धियाँ पूरे बीएचयू समुदाय के लिए प्रेरणा स्रोत और अनुकरणीय हैं। महिलाओं की श्रृंखलाबद्ध हत्याओं के मामले को उजागर कर पीड़ितों को न्याय दिलाने में उनका अनुकरणीय कार्य इस विश्वविद्यालय के दृढ़ता, ईमानदारी और सेवा के मूल्यों का साक्षात्कार है। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय परिवार विशेष रूप से विज्ञान संकाय, भौतिकी विभाग के विभागाध्यक्ष सहित शिक्षकों व विद्यार्थियों के अलावा ब्रोचा छात्रावास के प्रशासनिक संरक्षक व छात्रों ने आर्य की इस उपलब्धि को गर्व का विषय बताया हैं।
अनुराग आर्य ने वर्ष 2009 में काशी हिंदू विश्वविद्यालय से भौतिकी में बैचलर ऑफ साइंस (ऑनर्स) की उपाधि धारण की। बागपत जनपद के रहने वाले 2013 बैच के आईपीएस अनुराग आर्य काशी हिंदू विश्वविद्यालय के विज्ञान संकाय में जून 2006 से मई 2009 तक भौतिकी में बैचलर ऑफ साइंस (ऑनर्स) के प्रतिभावान छात्र रहे। आईपीएस अनुराग आर्य बीएचयू में पढ़ाई के दौरान ब्रोचा हॉस्टल के कमरा नंबर 199 में रहे। आईपीएस अनुराग आर्य अब तक पुलिस महानिदेशक के सिल्वर डिस्क, पुलिस महानिदेशक के गोल्ड डिस्क और पुलिस महानिदेशक के प्लेटिनम डिस्क से सम्मानित हो चुके हैं। बीएचयू में अध्ययन के दौरान, वे एक होनहार व प्रतिभावान छात्र थे और खेलों के प्रति गहरी रुचि रखते थे। वे विश्वविद्यालय की बास्केटबॉल टीम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा थे। विशेष रूप से, उन्होंने 2006-2007 और 2007-2008 के दौरान अखिल भारतीय अंतर-विश्वविद्यालयी टूर्नामेंट में हिस्सा लिया, और उनकी टीम ने पूर्वी जोन अंतर-विश्वविद्यालयी चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता था।
हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी