महामना जयंती: बीएचयू के पुष्प प्रदर्शनी में कश्मीर सरीखा नजारा, पुष्प से तैयार 'चन्द्रयान मिशन' रहा आकार्षण का केन्द्र
— प्रदर्शनी में फूलों से बने महामना की अनुकृति, किंग आफ द शो - फ्रीडम, क्वीन आफ द शो - टॉप सिक्रेट का भी आकर्षण,बीएचयू कुलपति ने किया उद्घाटन
वाराणसी,25 दिसंबर (हि.स.)। भारत रत्न महामना पंडित मदन मोहन मालवीय की जयंती पर गुरूवार को काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के मालवीय भवन में कश्मीर सरीखी फूलों की वादियों सरीखा नजारा दिखा। अवसर रहा तीन दिवसीय वार्षिक मालवीय स्मृति पुष्प प्रदर्शनी का। फूलों की भीनी—भीनी सुगन्ध के बीच प्रदर्शनी का उद्घाटन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.अजित कुमार चतुर्वेदी ने किया। उद्घाटन के बाद कुलपति प्रो.चतुर्वेदी ने फूलों से बने विविध कलाकृतियों व स्टॉल का अवलोकन किया।
कुलपति ने सुंदर पुष्पाकृतियों की प्रशंसा की तथा उद्यान विशेषज्ञ इकाई के पदाधिकारियों और कर्मचारियों को शुभकामनाएं भी दी। मालवीय भवन में रंग बिरंगे फूलों की बिखरी छटा के बीच प्रदर्शनी में चन्द्रयान मिशन , प्रयागराज माघ मेले के परिप्रेक्ष्य में जैविक खेती, फूलों से बने महामना की अनुकृति और पुष्पों से तैयार मंडप लोगों को खूब भाया। प्रदर्शनी में फूलों के राजा गुलाब खुशबुओं से इठला रहे थे तो रजनीगंधा और चमेली की भीनी खुशबू ,गुलदावदी भी वातावरण में छायी रही। प्रदर्शनी में आए अतिथियों का स्वागत इंचार्ज उद्यान एवं सचिव पुष्प प्रदर्शनी समिति प्रो. सरफराज आलम ने किया। उन्होंने बताया कि प्रदर्शनी में मुख्य रूप से गुलदावदी के गमलें एवं फूलों के संग्रह, कोलियस, विभिन्न प्रकार के शोभाकारी पौधें एवं रंगीन पत्तियों के समूह भी उपलब्ध है। गुलदावदी के कटे फूल, गुलाब के कटे फूल, जरबेरा, कार्नेशन, ग्लैडियोलस, रजनीगंधा, गेंदा, गुलाब आदि पुष्पों के गमलें, गुलदावदी के रिफ्लैक्स्ड, इनकर्वड, इनकर्निंग, स्पाइडर, पोममैन, स्पून, एनिमोन आदि प्रारूपों में प्रदर्शित किये गये है। साथ ही विभिन्न प्रकार के फल एवं सब्जियां, कलात्मक पुष्प सज्जा, मण्डप, विश्वविद्यालय के मुख्यद्वार का प्रारूप, पुष्पों से सुसज्जित मिशन चंद्रयान एवं कलश तथा रंगोली, पोमैटो, ब्रिमैटो, सुकर्तन कला (टॉपियरी), बोनसाई और हरी पत्तियों के संग्रह, मालवीय जी पर आधारित वास्तुकला के नमूने, मानव पंक्षी एवं जल प्रपात आकर्षण है। प्रदर्शनी की मुख्य विशेषता जैविक रूप से गमलों से उगायी गई सब्ज़ियां, औषधीय पौधे, व मसाले इत्यादि भी है।
प्रदर्शनी के उद्घाटन के अवसर पर उद्यान विशेषज्ञ इकाई के सह-समन्वयक डॉ. कल्याण बर्मन, छात्र अधिष्ठाता प्रो. रंजन कुमार सिंह, कृषि विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रो. यू. पी. सिंह, चिकित्सा विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रो. एस. एन. संखवार, मुख्य आरक्षाधिकारी प्रो. संदीप पोखरिया, मालवीय भवन के मानित निदेशक प्रो. पतंजलि मिश्रा, संकायों के प्रमुख, वरिष्ठ पदाधिकारी, शिक्षक एवं वरिष्ठ अधिकारी (उद्यान) अश्विनी कुमार देशवाल आदि उपस्थित रहे।
—पुष्प प्रदर्शनी में उपलब्ध गुलाब के चर्चित फूल
किंग आफ द शो - फ्रीडम, क्वीन आफ द शो - टॉप सिक्रेट, प्रिंस आफ द शो - हॉट सॉफ्ट,प्रिंसेस आफ द शो - पिच एवलांच प्रदर्शनी में चर्चा के केन्द्र में है। आयोजकों के अनुसार प्रदर्शनी में विश्वविद्यालय के अन्य विभाग / छात्रावास / उद्यानों के साथ-साथ वाराणसी जनपद की विभिन्न संस्थाएं, 39 जी.टी.सी. छावनी परिषद, वाराणसी विकास प्राधिकरण, उप-निदेशक उद्यान वाराणसी, जिला उद्यान अधिकारी वाराणसी, मीरजापुर एवं चन्दौली, बनारस रेल कारखाना, वाराणसी, केन्द्रीय कारागार, वाराणसी, पूर्वोत्तर रेलवे, वाराणसी, जिला कारागार, वाराणसी, धीरेन्द्र कन्या महाविद्यालय, विन्ध्य गुरुकुल कालेज, मीरजापुर, स्थानीय नर्सरी, होटल तथा नागरिकों सहित कुल 167 प्रतिभागी शामिल है। यह प्रदर्शनी 27 दिसंबर को सायंकाल 6 बजे तक जनमानस के लिए खुली रहेगी।
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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी