लंदन में आयोजित वर्ल्ड ट्रेवेल मार्केट में लगेगा उप्र पर्यटन विभाग का स्टाल, होगी ब्राण्डिंग
लखनऊ, 03 नवम्बर (हि.स.)। दुनिया के मंच पर उत्तर प्रदेश की ब्राण्डिंग एवं मार्केटिंग करने के लिए पर्यटन विभाग 06 से 08 नवम्बर तक लंदन में आयोजित वर्ड ट्रेवेल मार्केट में अपना स्टॉल लगायेगा। इस स्टाल के माध्यम से प्रदेश के धार्मिक एवं ऐतिहासिक स्थलों एवं पर्यटकों को दी जानी वाली सहूलियतों के बारे में जानकारी दी जायेगी। इस ट्रेवेल मार्केट में दुनिया के तमाम देश भाग ले रहे हैं।
प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने शुक्रवार को यहां बताया कि लंदन में आयोजित इस ट्रेवेल मार्केट में उप्र में आये बदलाव संबंधित विभिन्न पहलुओं को दर्शाते हुए साहित्य, पाठ्यसामग्री आदि का प्रदर्शन किया जायेगा। इससे दुनियाभर के पर्यटक उप्र में पिछले लगभग 07 वर्षों में आये बदलाव से परिचित हो सकेंगे। यह वर्ल्ड ट्रेवेल मार्केट एक बड़े अवसर के रूप में सामने आया है। उप्र का पर्यटन विभाग इस अवसर का अधिक से अधिक लाभ उठाने का प्रयास करेगा।
पर्यटन मंत्री ने बताया कि पर्यटन विभाग द्वारा प्रदेश के मुख्य पर्यटन स्थलों और पर्यटन संभावनाओं के प्रति अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करने, प्रदेश के पर्यटन स्थलों के प्रचार-प्रसार के उद्देश्य से विभिन्न राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय ट्रेवेल मार्टों में प्रतिभाग किया जाता है। वर्ल्ड ट्रेवेल मार्केट में हिस्सा लेने का उद्देश्य विश्व के अन्य देशों में उत्तर प्रदेश के मुख्य पर्यटन स्थलों के प्रति ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरूक करना है। साथ ही प्रदेश में निवेश प्रोत्साहन नीति को बढ़ावा दिए जाने के अवसर को विश्व पटल पर स्थापित करने का प्रयास है। इसके साथ अन्य देशों में प्रचलित पर्यटन नीति एवं निवेश प्रोत्साहन नीति को जानकारी कर प्रदेश में निवेश को सुलभ बनाए जाने की कार्ययोजना बनाई जा सकती है।
जयवीर सिंह ने बताया कि हमारा प्रदेश पर्यटन की असीम संभावनाओं वाला राज्य है। यह धार्मिक पर्यटन का महत्वपूर्ण केंद्र है। साथ ही ऐतिहासिक धरोहर, ईको पर्यटन समेत कई और पर्यटन संबंधित गतिविधियॉ लोगों को आकर्षित करती हैं। यही वजह है कि यहां पर्यटन बहुत तेजी से बढ़ रहा है।
उन्होंने बताया कि उप्र अभी घरेलू पर्यटन के मामले में पहले स्थान पर है। अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के मामले में भी पहले स्थान पर आने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है। ज्ञात, अल्पज्ञात पर्यटन स्थलों का विकास हो रहा है। इसके अलावा रूरल टूरिज्म, एग्री टूरिज्म, युवा टूरिज्म समेत पर्यटन के अन्य आयामों पर कार्य किया जा रहा है।
मंत्री ने बताया कि हमारा प्रयास है कि विश्व पर्यटन के मानचित्र पर उत्तर प्रदेश की दमदार उपस्थिति दर्ज कराई जाए। इस वैश्विक मंच से उप्र के बारे में तमाम जानकारियां दी जायेगी। पर्यटन विभाग का प्रयास होगा कि इस मार्केट में आने वाले आगन्तुकों को समझाने का प्रयास किया जायेगा कि उप्र कानून व्यवस्था पूरी तरह पर्यटकों के अनुकूल है और उप्र की कनेक्टिविटी पूरे देश में बेहतर है। यहां आने वाला पर्यटक अपने को पूरी तरह सुरक्षित महसूस कर सकता है। प्रदेश में पर्यटन फ्रेन्डली वातावरण बनाया गया है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का प्रयास है कि विदेश की धरती से भारत आने वाला प्रत्येक पर्यटक सबसे पहले उप्र आये, क्याेंकि यहां पर्यटकों को देखने के लिए बहुत कुछ मौजूद है तथा राज्य सरकार उनके स्वागत के लिए तैयार है।
हिन्दुस्थान समाचार/ पीएन द्विवेदी/राजेश