इंटरनेशनल ट्रेड शो से यूपी के उत्पादों और हुनर को मिल रही वैश्विक पहचान : नन्दी

 




- औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता ने कहा-यूपी डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर विकास के लिए साझेदारी और राष्ट्र की सुरक्षा की जिम्मेदारी

- यूपी के औद्योगिक विकास और आर्थिक समृद्धि का महामेला है इंटरनेशनल ट्रेड शो

नोएडा, 25 सितम्बर (हि.स.)। इण्डिया एक्सपो सेंटर एण्ड मार्ट ग्रेटर नोएडा में आयोजित पारम्परिक उत्पादों एवं कारोबार के महाकुम्भ यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो में उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी उपराष्ट्रपति एवं मुख्यमंत्री के साथ उद्घाटन समारोह में सम्मिलित हुए। जिसमें ढाई हजार से ज्यादा प्रदर्शक और पांच लाख से ज्यादा उद्यमी, कारोबारी और निर्यातक हिस्सा लेने जा रहे हैं।

मंत्री नन्दी ने इंटरनेशनल ट्रेड शो में मंत्री एमएसएमई राकेश सचान एवं मंत्री दयाशंकर सिंह के साथ उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के स्टॉल का निरीक्षण किया। मंत्री नन्दी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मार्गदर्शन एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश रक्षा उपकरण निर्माताओं के लिए एक पसंदीदा गंतव्य बनता जा रहा है। उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर में देश दुनिया की बड़ी रक्षा उत्पाद निर्माता कंपनियां निवेश कर रही हैं। अब तक 25 हजार करोड़ से अधिक का निवेश डिफेंस कॉरिडोर में हो चुका है।

लखनऊ नोड में ब्रम्होस एयरोस्पेस, एरोलॉय टेक्नोलॉजी, झांसी नोड में भारत डायनामिक्स लिमिटेड, कानपुर नोड में अडानी डिफेंस सिस्टम एण्ड टेक्नोलॉजी लिमिटेड, अलीगढ़ में एमिटेक इलेक्ट्रानिक्स लिमिटेड और एंकर रिसर्च लैब्स एलएलपी जैसी बड़ी कम्पनियां अपनी इकाई लगा रही हैं।

मंत्री नन्दी ने कहा कि नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा एवं प्रदेश के कर्मयोगी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश को भारत के ग्रोथ इंजन के रूप में एक नई पहचान मिली है। प्रधानमंत्री के रिफार्म, परफॉर्म और ट्रांसफार्म के मंत्र से प्रेरणा लेकर उत्तर प्रदेश वन ट्रिलियन डालर इकोनामी बनने के लक्ष्य की ओर तेजी से अग्रसर है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में निर्यात क्षेत्र का विशेष योगदान है। निर्यात प्रोत्साहन के विभिन्न प्रयासों में इंटरनेशनल ट्रेड शो सबसे उल्लेखनीय कदम है।

उन्होंने कहा कि यह ट्रेड शो औद्योगिक विकास और आर्थिक समृद्धि का महामेला है। यह आयोजन उत्तर प्रदेश की वर्तमान पहचान और प्राथमिकता का दर्पण है। हमारी सरकार ने बड़ी-बड़ी कंपनियों और उद्यमियों को उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए आमंत्रित किया और आज तमाम वृहद निवेश परियोजनाएं धरातल पर साकार रूप ले रही हैं। लेकिन परम्परागत कारीगर, हस्त शिल्पी, कुटीर उद्योग से जुड़ी महिलायें, जरी का काम करने वाले, मूर्तियां बनाने वाले, पीतल के बर्तन बनाने वाले हुनरमन्दों के उत्पादों को भी ग्लोबल पहचान मिले, यह मुख्यमंत्री की विशेष प्राथमिकता है।

वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट योजना से इस क्षेत्र को संजीवनी मिली है और अब इस इंटरनेशनल ट्रेड शो के माध्यम से वैश्विक बाजार उनकी दहलीज पर खड़ा है। इतनी बड़ी संख्या में विदेशी बायर्स के प्रतिभाग से उत्तर प्रदेश के उत्पादों और हुनर को वैश्विक पहचान मिल रही है। पिछले संस्करण में ओवरसीज बायर्स और प्रदेश के सेलर्स के बीच 1000 करोड़ की बिजनेस डील निष्पादित हुई थी।

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हिन्दुस्थान समाचार / मोहित वर्मा