घर से नाराज होकर निकली तनु को पुलिस ने दिया सहारा, बेटी पाकर परिजनाें के छलके आंसू
-माता-पिता कर रहे सीतापुर पुलिस की तारीफ
सीतापुर , 16 दिसंबर (हि.स.)। कभी-कभी एक छोटी-सी नाराज़गी भी बड़ी अनहोनी का रूप ले सकती है, लेकिन समय पर मिली मदद किसी परिवार की दुनिया फिर से जोड़ देती है। ऐसा ही एक मामला सीतापुर रेलवे जंक्शन पर सामने आया, जहां गश्त के दौरान पुलिस की सतर्कता और मानवीय व्यवहार से एक नाबालिग बच्ची सुरक्षित अपने माता-पिता तक पहुंच सकी।
अनूपशहर, बुलंदशहर निवासी 15 वर्षीय तनु गोस्वामी पुत्री संजीव कुमार वर्तमान पता सूर्य विहार पार्ट-3, फरीदाबाद (हरियाणा) घर से नाराज़ होकर चली आई थी। रेलवे जंक्शन सीतापुर के पास गश्त के दौरान शहर कोतवाली की सदर चौकी प्रभारी उप निरीक्षक स्वाती चतुर्वेदी अपने हमराह कांस्टेबल कुलदीप कुमार व कांस्टेबल ओम प्रकाश के साथ पहुंचीं, जहां उन्होंने बच्ची को अकेली, घबराई और परेशान हालत में खड़ा देखा।
शुरुआत में तनु कुछ भी बताने से कतराती रही, लेकिन जब पुलिस ने मां-बाप जैसा अपनापन दिखाया और प्यार से समझाया तो उसकी आंखें छलक पड़ीं। उसने बताया कि वह घर से नाराज़ होकर निकल आई है। पूछताछ में उसने अपने बड़े मामा का नाम, पता और मोबाइल नंबर दिया। पुलिस ने तत्काल फोन पर मामा और फिर बच्ची के पिता संजीव कुमार से बात की।
बच्ची की सुरक्षा को देखते हुए उसे वन स्टॉप सेंटर में दाखिल कराया गया। इसके बाद पिता संजीव कुमार थाना पहुंचे। सभी औपचारिकताएं पूरी कर नाबालिग तनु को सकुशल उसके माता-पिता के सुपुर्द कर दिया गया। बेटी को सुरक्षित पाकर माता-पिता की आंखों में आंसू और चेहरे पर राहत साफ झलक रही थी। यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि जब पुलिस संवेदनशीलता और मानवीय दृष्टिकोण के साथ काम करती है, तो वह सिर्फ कानून की नहीं, बल्कि टूटते रिश्तों को जोड़ने की भी मजबूत कड़ी बन जाती है।
--------------
हिन्दुस्थान समाचार / Mahesh Sharma