रैन बसेरों की व्यवस्था में लापरवाही पर होगी कड़ी कार्रवाई : जिलाधिकारी
कानपुर, 17 दिसंबर (हि.स.)। समस्त नोडल अधिकारी ध्यान दें कि अपने-अपने क्षेत्र में संचालित सभी रैन बसेरों का तत्काल जायजा लेकर आवश्यक सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करें। ठंड के मौसम में जन सुविधा से जुड़ी किसी भी तरह की लापरवाही स्वीकार्य नहीं होगी। यदि किसी रैन बसेरे में कमी पाई गई तो संबंधित नोडल अधिकारी की जवाबदेही तय करते हुए उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यह निर्देश बुधवार को जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने दिए।
बढ़ती ठंड के बीच जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने आज रात विभिन्न रैन बसेरे का जायजा लिया। जहां एक दिन पूर्व उन्होंने भैरव घाट स्थित रैन बसेरे की हकीकत जानी। वहां व्यवस्थाओं की गंभीर खामियां सामने आईं। हालात देखकर उन्होंने गहरी नाराजगी जताई और 24 घंटे के भीतर सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के स्पष्ट निर्देश दिए।
मौके पर केयरटेकर रामबाबू तिवारी उपस्थित मिले। रैन बसेरे में ठहरे लोगों से बातचीत में सामने आया कि अब तक न तो रजाई उपलब्ध कराई गई है और न ही कंबल की कोई व्यवस्था है। मजबूरी में लोग अपना कंबल लेकर यहां रुकने को विवश हैं। अभिलेखों की जांच में यह भी स्पष्ट हुआ कि इस रैन बसेरे की सुविधाओं का अब तक किसी भी जोनल सेनेटरी ऑफिसर, जोनल अधिकारी अथवा अन्य वरिष्ठ अधिकारी द्वारा नहीं किया गया है।
रैन बसेरे के कमरों में गंदगी पाई गई और शौचालयों की स्थिति भी बेहद खराब मिली। केयरटेकर ने बताया कि यहां किसी स्वीपर की तैनाती नहीं है, जिससे नियमित सफाई नहीं हो पा रही है। प्रकाश व्यवस्था भी नाकाफी पाई गई, कमरों में अंधेरा पसरा हुआ था। बताया गया कि रैन बसेरे की क्षमता 50 लोगों की है, लेकिन समुचित इंतजाम न होने के कारण यहां ठहरने वाले लोगों को भारी असुविधा झेलनी पड़ रही है।
व्यवस्थाओं की गंभीर खामियों पर जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई और निर्देश दिए कि 24 घंटे के भीतर साफ-सफाई, प्रकाश व्यवस्था, रजाई-कंबल की उपलब्धता सहित सभी मूलभूत सुविधाएं सुनिश्चित की जाएं। डीएम ने स्पष्ट चेतावनी दी कि ठंड के मौसम में रैन बसेरों को लेकर किसी भी स्तर की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और जिम्मेदार अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी।
इससे पूर्व जिलाधिकारी ने परमट मंदिर के निकट स्थित रैन बसेरे का भी जायजा लिया गया था। इस दौरान वहां 18 लोग ठहरे हुए मिले। मौके पर अलाव जलता हुआ पाया गया तथा साफ-सफाई, प्रकाश व्यवस्था और पेयजल की सुविधा संतोषजनक रही। बताया गया कि उक्त रैन बसेरे की कुल क्षमता 20 लोगों की है और यहां पर्याप्त मात्रा में रजाई एवं कंबल उपलब्ध हैं। व्यवस्थाएं दुरुस्त पाए जाने पर जिलाधिकारी ने संतोष व्यक्त किया।
हिन्दुस्थान समाचार / रोहित कश्यप