जौनपुर में शीतलहर का प्रकोप बढ़ा , सड़कों पर सन्नाटा

 


जौनपुर, 21 दिसंबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के जौनपुर में शीतलहर का प्रकोप आज रविवार काे चौथे दिन भी जारी है। लगातार गिरते पारे और सर्द हवाओं के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ है। रविवार को भी भगवान भास्कर के दर्शन दोपहर तक नहीं हुए, जिससे लोग घरों में रहने को मजबूर हुए।

कड़ाके की ठंड से बचाव के लिए लोगों को अलाव का सहारा लेना पड़ा। बाजारों में कारोबार मंदा रहा और सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। लोग दुकानों के आगे अलाव जलाकर हाथ सेंकते देखे गए। शनिवार को अधिकतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हवा 3 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चल रही थी, जबकि आर्द्रता 86 प्रतिशत रही। वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 169 अंक पर पहुंच गया था।

वहीं, रविवार को अधिकतम तापमान 19 डिग्री और न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस रहा। आर्द्रता 81 प्रतिशत दर्ज की गई और वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 129 अंक पर पहुंच गया। हवा 2 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही थी। न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट और घने कोहरे के कारण फसलों में पाला लगने की आशंका बढ़ गई है। राई, सरसों, अरहर, आलू, मिर्च, टमाटर और मटर जैसी फसलें पाले से प्रभावित हो सकती हैं। आलू की फसल को 40 से 80 प्रतिशत तक क्षति होने का अनुमान है।

घना कोहरा बने रहने से अरहर की फसल को पर्याप्त धूप नहीं मिल पाती, जिससे उसके फूल झड़ जाते हैं। पाले के कारण फूल और पत्तियां झुलसकर सिकुड़ने लगती हैं, कलियां झड़ने लगती हैं और फलियों तथा फलों में बीज के दाने सिकुड़ जाते हैं या बनते ही नहीं हैं, जिससे अंततः फलियां और फल झड़ जाते हैं।

कृषि विशेषज्ञ डॉ सुरेश कन्नौजिया ने किसानों को पाले से बचाव के उपाय सुझाए हैं। आलू की फसल में मैकोजेब और कारबेंडाजिम का दो ग्राम प्रति लीटर की दर से छिड़काव करने की सलाह दी गई है। इसके अतिरिक्त, घुलनशील सल्फर की एक किलोग्राम मात्रा को 500 लीटर पानी में मिलाकर प्रति हेक्टेयर की दर से छिड़काव करने को कहा गया है। मौसम के बारे में जानकारी लेने पर राज्य मौसम केंद्र के प्रभारी अतुल कुमार सिंह ने बताया कि मौसम की अनुकूल परिस्थितियों के कारण कोहरे के घनत्व और क्षेत्रफल में लगातार वृद्धि हुई है।

हिन्दुस्थान समाचार / विश्व प्रकाश श्रीवास्तव