अटल जी अपने नाम के अनुरूप एक राष्ट्रीय नेता थे: महेंद्र नाथ पाण्डेय
जौनपुर, 28 दिसंबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के जौनपुर में भारतीय जनता पार्टी ने भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म शताब्दी समारोह रविवार को मनाया। यह 'अटल स्मृति सम्मेलन' मल्हनी विधानसभा के सनबीम स्कूल कुल्लहनामऊ में जिलाध्यक्ष अजीत प्रजापति की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में पूर्व केंद्रीय मंत्री महेंद्र नाथ पांडेय मुख्य अतिथि और काशी क्षेत्र के महामंत्री व जौनपुर के जिला प्रभारी अशोक चौरसिया विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ पंडित अटल बिहारी वाजपेयी के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलित कर किया गया।इस अवसर पर मुख्य अतिथि महेंद्र नाथ पांडेय ने कहा कि अटलजी अपने नाम के अनुरूप एक प्रतिष्ठित राष्ट्रीय नेता, प्रखर राजनीतिज्ञ, नि:स्वार्थ सामाजिक कार्यकर्ता, सशक्त वक्ता, कवि, साहित्यकार और पत्रकार थे। उनका व्यक्तित्व बहुआयामी था। उन्होंने लोकसभा में नौ बार और राज्यसभा में दो बार चुने जाकर एक कीर्तिमान स्थापित किया। महेंद्र नाथ पांडेय ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री, विदेश मंत्री, संसद की विभिन्न महत्वपूर्ण स्थायी समितियों के अध्यक्ष और विपक्ष के नेता के रूप में उन्होंने आजादी के बाद भारत की घरेलू और विदेश नीति को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाई।
वाजपेयी जी अपने छात्र जीवन के दौरान पहली बार राष्ट्रवादी राजनीति में तब आए, जब उन्होंने वर्ष 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन में भाग लिया। इस आंदोलन ने ब्रिटिश उपनिवेशवाद के अंत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। विशिष्ट अतिथि अशोक चौरसिया ने बताया कि अटल बिहारी वाजपेयी ने अपना करियर पत्रकार के रूप में शुरू किया था। जिलाध्यक्ष अजीत प्रजापति ने कहा कि महिलाओं के सशक्तिकरण और सामाजिक समानता के समर्थक अटल बिहारी वाजपेयी भारत को सभी राष्ट्रों के बीच एक दूरदर्शी, विकसित, मजबूत और समृद्ध राष्ट्र के रूप में आगे बढ़ते हुए देखना चाहते थे। कार्यक्रम का संचालन जिला उपाध्यक्ष सुधाकर उपाध्याय ने किया।
हिन्दुस्थान समाचार / विश्व प्रकाश श्रीवास्तव