पत्नी से विवाद के मामले में पति स्ट्रेचर पर पहुंचा कोर्ट, जमानत मंजूर

 


कानपुर, 18 दिसंबर (हि.स.)। कानपुर की कोर्ट में गुरुवार को एक ऐसा मामला देखने को मिला जो अधिवताओं और आम लोगों के चर्चा का विषय बना रहा, जहां एक युवक अपने वकील और परिजनों के साथ स्ट्रेचर पर लेट कर हाजिर होने पहुंचा। पिछले पांच साल से युवक का अपनी पत्नी से विवाद चल रहा था। न्यायलय में हाजिर न होने के चलते कोर्ट ने उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर दिया था। इसके बाद कुर्की के भी आदेश कर दिए गए थे। हालांकि उसकी हालत को देखते हुए कोर्ट ने उसे जमानत दे दी।

अधिवक्ता विनोद पाल ने बताया कि बर्रा इलाके में रहने वाले एक युवक की साल 2018 में चकेरी की रहने वाली युवती के साथ शादी हुई थी। शादी के सात दिनों बाद ही लड़की ससुराल से अपने मायके चली गयी थी और फिर कभी वापस लौट कर नहीं आयी। यही नहीं उसने अपने पति के खिलाफ दहेज प्रथा का मुकदमा भी दायर कर दिया। आरोप के मुताबिक ससुराल पक्ष के लोगों ने दहेज में नकदी समेत 25 से 30 लाख रुपये सामान भी हड़प लिया।

यह मामला न्यायिक मजिस्ट्रेट-9 की कोर्ट में ट्रायल पर है। हालांकि साल 2020 में युवक को ब्रेन हेमरेज हो गया और फिर उसे पक्षाघात भी हो गया। जिससे वह चलने फिरने में असमर्थ हो गया। जिसका काफी समय से लखनऊ स्थित पीजीआई अस्पताल में इलाज भी चल रहा है। इसी बीच कोर्ट में सुनवाई के चलते उसे बार बार बुलाया भी जा रहा था लेकिन बीमारी के चलते वह हाजिर भी नहीं हो सका। हालांकि अधिवक्ता ने कोर्ट के समक्ष मेडिकल रिपोर्ट भी दाखिल करी लेकिन महिला पक्ष की ओर से उसे झूठा बताते हुए दलील दी गयी कि वह पूरी तरह से स्वस्थ्य है और जानबूझकर हाजिर नहीं हो रहा है।

जिसे गंभीरता से लेते हुए न्यायलय ने करीब एक साल पहले युवक के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर दिया। जब वह इसके बाद भी हाजिर नहीं हुआ तो कोर्ट ने बीती 25 नवंबर को उसकी संपत्ति की कुर्की के आदेश जारी कर दिए। कोर्ट के आदेश का पालन करते हुए जब पुलिस युवक के घर नोटिश चस्पा करने पहुंची तो गुरुवार काे युवक के परिजन उसे स्ट्रेचर में लेकर न्यायालय में हाजिर करने पहुंचे। जहां कोर्ट ने युवक की वर्तमान स्थिति को देखते हुए उसकी जमानत याचिका मंजूर कर ली।

हिन्दुस्थान समाचार / रोहित कश्यप