वाराणसी: सार्वजनिक स्थानों पर गुटखा खाकर थूकने वालों पर सख्ती,लगेगा जुर्माना
नगर आयुक्त ने गंगाघाटों का निरीक्षण कर अतिक्रमणकारियों को दी चेतावनी
वाराणसी, 21 दिसंबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के वाराणसी शहर में सार्वजनिक स्थानों और विशेषकर गंगाघाटों को स्वच्छ बनाए रखने के लिए नगर निगम प्रशासन ने अभियान शुरू किया है। पान या गुटखा खाकर सार्वजनिक स्थलों पर थूकने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है और पकड़े जाने पर जुर्माना लगाया जाएगा।
नगर निगम के जनसंपर्क कार्यालय के अनुसार, गंगा घाटों पर गुटखा थूकने वालों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। घाटों पर किसी भी प्रकार का अतिक्रमण न हो, इसके लिए अवैध रूप से रखी गई नाव, निर्माण सामग्री और स्क्रैप लकड़ी हटवाई जा रही है। घाटों के किनारे दीवारों पर पान की पीक से गंदे हुए स्थानों की सफाई कराई जा रही है, वहां वॉल पेंटिंग भी कराई जा रही है। इसके साथ ही घाटों पर अवैध रूप से लगाए गए विज्ञापन पोस्टरों को चिन्हित कर हटाया जा रहा है। गंगा नदी के किनारे फूल-मालाओं और अन्य कचरे की सफाई निरंतर जाल के माध्यम से की जा रही है। घाटों पर लगे पुराने और सड़े-गले डस्टबिन को भी नए डस्टबिन से बदला जा रहा है।
नगर निगम प्रशासन ने बताया कि बीते शनिवार को नगर आयुक्त हिमांशु नागपाल ने गंगा घाटों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान हरिश्चंद्र घाट पर एक व्यक्ति को गुटखा खाकर थूकते हुए पकड़ा गया। नगर आयुक्त ने उसे दोबारा ऐसा न करने की चेतावनी दी और उससे 500 रुपये का जुर्माना भी वसूला। नगर आयुक्त ने अस्सी घाट से लेकर मणिकर्णिका घाट तक कई प्रमुख घाट जैसे तुलसी, भदैनी, जैन, आनंदमयी, निषादराज, प्रभु, चेतसिंह, निरंजनी, शिवाला, हनुमान, केदार, दशाश्वमेध, अहिल्याबाई, मान महल सहित अन्य घाटों पर चल रही सफाई व्यवस्था का जायजा लिया। इस दौरान कुछ घाटों पर स्थानीय लोगों द्वारा गुमटी और अन्य अस्थायी ढांचे लगाकर अवैध रूप से दुकानें संचालित किए जाने पर नाराजगी जताई गई और उन्हें चेतावनी दी गई।
नगर आयुक्त ने दुकानदारों को निर्देश दिए कि वे अपनी दुकानों के सामने डस्टबिन अनिवार्य रूप से रखें, अन्यथा गंदगी फैलाने पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने घाटों पर चल रहे सिल्ट सफाई कार्यों का भी निरीक्षण किया और इसे शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए। साथ ही घाटों पर लगी सभी लाइटों की जांच कर उन्हें सुचारू रूप से जलाने के आदेश भी दिए। नगर निगम प्रशासन का कहना है कि स्वच्छ और सुंदर गंगाघाटों के लिए यह अभियान आगे भी लगातार जारी रहेगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी