मीरजापुर में सौ दिवसीय ‘बाल विवाह मुक्त भारत’ अभियान शुरू, दहेज प्रथा के खिलाफ दिलाई गई शपथ

 


मीरजापुर, 19 दिसम्बर (हि.स.)। शासन की मंशानुरूप महिला कल्याण विभाग द्वारा जिले में 100 दिवसीय ‘बाल विवाह मुक्त भारत’ अभियान को प्रभावी रूप से लागू करने की पहल शुरू कर दी गई है। जिलाधिकारी पवन कुमार गंगवार के निर्देशन में अभियान को सफल बनाने के लिए सभी संबंधित विभागों को संयुक्त समन्वय के साथ कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं।

जिला प्रोबेशन अधिकारी शक्ति त्रिपाठी द्वारा अभियान की कार्ययोजना तैयार कर सभी विभागों को उपलब्ध कराई गई है। इसके तहत जनजागरूकता कार्यक्रम, विद्यालयों, पंचायतों और समुदाय स्तर पर गतिविधियां आयोजित कर बाल विवाह की रोकथाम पर विशेष जोर दिया जाएगा। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि अभियान के तहत तय गतिविधियों का समयबद्ध क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए और प्रत्येक विभाग की जिम्मेदारी तय हो।

इसके साथ ही महिला कल्याण विभाग की प्रमुख योजनाओं—बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, मिशन शक्ति, बाल संरक्षण समिति, वन स्टॉप सेंटर, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना, स्पॉन्सरशिप योजना और शक्ति सदन, को आम जनता तक शत-प्रतिशत पहुंचाने के निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए व्यापक प्रचार-प्रसार और विभागीय समन्वय पर जोर दिया गया है।

अभियान के तहत अधिकारियों और कर्मचारियों को बाल विवाह रोकने और दहेज प्रथा के उन्मूलन का संकल्प भी दिलाया गया। प्रशासन का कहना है कि सामाजिक सहभागिता के माध्यम से बाल विवाह जैसी कुप्रथा को जड़ से समाप्त करने की दिशा में यह अभियान मील का पत्थर साबित होगा।

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हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा