बांदा में ग़ालिब जयंती पर कवि सम्मेलन व मुशायरे में पढ़ी गईंं कविताएं, जुटे नामी साहित्यकार व शायर
-कार्यक्रम की अध्यक्षता डिप्टी कलेक्टर इरफान उल्ला खां ने की
बांदा, 28 दिसंबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के जनपद बांदा में हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी रविवार को मशहूर शायर मिर्ज़ा असद उल्ला खां ग़ालिब की जयंती के अवसर पर कवि सम्मेलन एवं मुशायरे का आयोजन बांदा शहर के तुलसी स्वरूप होटल में किया गया। कार्यक्रम में साहित्य प्रेमियों की बड़ी संख्या मौजूद रही। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश के पूर्व पुलिस महानिदेशक विजय कुमार रहे जबकि अध्यक्षता डिप्टी कलेक्टर बांदा इरफान उल्ला खां ने की। कार्यक्रम का संचालन नज़रे आलम ने किया।
मुशायरे की शुरुआत हाफिज़ लतीफ बांदवी ने ग़ालिब की ग़ज़ल पढ़कर की। इसके बाद पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष लाखन सिंह ने ग़ालिब के जीवन और साहित्य पर प्रकाश डाला।
लखनऊ से आए शायर शहबाज़ तालिब ने अपनी ग़ज़ल
ये दवा उसने लिखी है मेरी बेज़ारी की,
इश्क ही आख़िरी ख़ुराक है बीमारी की…
सुनाकर श्रोताओं की वाहवाही लूटी।
कानपुर से आईं शायरा नूरी परवीन ने
वफ़ा का फैसला इकरार पर है,
मेरा सब कुछ निगाहे यार पर है…
पढ़कर खूब तालियां बटोरीं।
कवियत्री शिखा मिश्रा ने अपनी चुटीली कविता
खूबसूरत ये शाम कर दूंगी,
दिल को तेरे ही नाम कर दूंगी…
सुनाई।
रायबरेली के जिला पूर्ति अधिकारी उबैदुर रहमान, इरशाद कानपुरी तथा देश के मशहूर शायर जमील खैराबादी ने भी ग़ज़लें प्रस्तुत किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डिप्टी कलेक्टर इरफान उल्ला खां ने भी अपनी ग़ज़ल सुनाकर श्रोताओं को प्रभावित किया। इस अवसर पर डॉ. खालिद इज़हार, छाया सिंह, शमीम बांदवी, अनुराग विश्वकर्मा, तारिक अज़ीज़ सहित कई कवियों और शायरों ने अपने कलाम पेश किए।
कार्यक्रम के समापन पर मुख्य अतिथि विजय कुमार ने साहित्य के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने में साहित्यकारों की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया।
आयोजन में अब्दुल रशीद सिद्दीकी, अहमद मगरिबी, शोभाराम कश्यप, मोहम्मद मुजीब खान का विशेष योगदान रहा। अंत में आयोजक डॉ. सऊद-उज़-ज़मा (सादी ज़मा) ने सभी अतिथियों और साहित्यकारों के प्रति आभार व्यक्त किया। मुशायरे में सैकड़ों साहित्य प्रेमियों के साथ पद्मश्री उमा शंकर पांडेय, चीफ कमिश्नर मुंबई के.के. श्रीवास्तव, एडीएम नमामि गंगे मनमोहन वर्मा, सिटी मजिस्ट्रेट संदीप केला, सीएफओ डॉ. सैय्यद आफताब हुसैन सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / अनिल सिंह