औरैया में आशा और आशा संगिनी की अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरु, प्रदर्शन भी किया
औरैया, 22 दिसंबर (हि. स.)। उत्तर प्रदेश के जनपद औरैया में कार्यरत आशा और आशा संगिनी कर्मियों ने अपने वर्षों से लंबित भुगतान और अन्य मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरु कर दी है। इसके बाद औरैया के 50 शैया अस्पताल परिसर में प्रदर्शन किया। इनका कहना है कि वर्ष 2019 से लेकर 2025 तक के आधार भुगतान, राज्य प्रदत्त अनुतोष राशि, विभिन्न राष्ट्रीय अभियानों की प्रोत्साहन राशि तथा अन्य प्रतिफल अब तक बकाया हैं। कई बार ज्ञापन, धरना और लोकतांत्रिक तरीकों से आवाज उठाने के बावजूद सरकार और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा उनकी मांगों को लगातार अनसुना किया गया।
आशा संगठन की विनीता का आरोप है कि प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना आयुष्मान भारत के अंतर्गत गोल्डन आयुष्मान कार्ड और आभा आईडी निर्माण में उनके वर्षों के योगदान के बावजूद लगभग 225 करोड़ रुपये की राशि का एक भी भुगतान नहीं किया गया। 6 अक्टूबर 2025 को मुख्यमंत्री और 13 अक्टूबर 2025 को स्वास्थ्य मंत्री को सौंपे गए मांगपत्र में 30 अक्टूबर तक सभी बकायों के भुगतान और वार्ता की मांग की गई थी लेकिन न तो भुगतान हुआ और न ही कोई वार्ता बुलाई गई। कर्मियों की प्रमुख मांगों में उन्हें स्वयंसेवक के बजाय सरकारी कर्मचारी का दर्जा देना, न्यूनतम वेतन लागू करना, ईपीएफ-ईएसआई की सुविधा, सेवानिवृत्ति पर ग्रेच्युटी, स्वास्थ्य व जीवन बीमा, बेहतर कार्यदशा, नियमित और पारदर्शी भुगतान प्रणाली, यात्रा भत्ता या स्कूटी, आधुनिक मोबाइल व इंटरनेट सुविधा तथा दुर्घटना में मृत कर्मियों के परिजनों को मुआवजा शामिल है। इस दौरान इस दौरान मुख्य रूप से विनीता, ममता शुक्ला, सुमन, राम जानकी, जनक दुलारी, आरती देवी, विमला, कल्पना, सुशीला देवी, रामलली, माधुरी सहित दो दर्जन से अधिक महिलाएं मौजूद रही।
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हिन्दुस्थान समाचार / सुनील कुमार