राष्ट्रीय चेतना के विस्तार का काल रहा अटल बिहारी वाजपेयी का कालखंड : सांसद
कानपुर, 27 दिसंबर (हि.स.)। अटल बिहारी बाजपेयी का कालखंड भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में केवल सत्ता परिवर्तन या राजनीतिक स्थिरता का अध्याय नहीं है, बल्कि यह संवेदनशील राष्ट्रीय चेतना के विस्तार का काल है। अटल जी के नेतृत्व में सैनिक, शहीद एवं उनके परिवार राष्ट्र की आत्मा के केंद्र में प्रतिष्ठित हुए हैं। यह बातें शनिवार को सांसद रमेश अवस्थी ने कही।
भारत रत्न, पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी बाजपेयी के जन्म शताब्दी समारोह के अंतर्गत छावनी विधानसभा में आयोजित अटल स्मृति सम्मान सम्मेलन आज गरिमामय वातावरण में संपन्न हुआ। सम्मेलन का शुभारंभ पं. दीनदयाल उपाध्याय, डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी एवं अटल बिहारी बाजपेई के चित्रों पर पुष्पांजलि अर्पित कर एवं दीप प्रज्वलन के साथ किया गया।
सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में सांसद रमेश अवस्थी, विशिष्ट अतिथि के रूप में भाजपा कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र के मीडिया प्रभारी अनूप अवस्थी, जिला अध्यक्ष शिवराम सिंह तथा पूर्व विधायक रघुनंदन भदौरिया उपस्थित रहे। सम्मेलन में सैकड़ों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं ने सहभागिता की।
मुख्य अतिथि सांसद रमेश अवस्थी ने अपने संबोधन में कहा कि साल 1998 के समय जब देश अंतरराष्ट्रीय दबाव, सैन्य चुनौतियों और आंतरिक आर्थिक-सामाजिक परिवर्तनों से जूझ रहा था, तब अटल जी का यह कथन कि “हम शांति चाहते हैं, लेकिन सम्मान के साथ” केवल विदेश नीति का सूत्र नहीं था, बल्कि यह सैनिकों के प्रति उनके सम्मान और राष्ट्र के स्वाभिमान का प्रतीक था। यह सम्मान न केवल जीवित सैनिक के साहस तक सीमित रहा, बल्कि उन शहीदों तक विस्तृत था जिन्होंने राष्ट्र के लिए अपना सर्वस्व अर्पित कर दिया।
विशिष्ट अतिथि क्षेत्रीय मीडिया प्रभारी अनूप अवस्थी ने कहा कि अटल बिहारी बाजपेई का संगठन से सत्ता तक का सफर विचार आधारित था। यह वही विचार है जिसे भारतीय जनसंघ ने सिंचित किया और आज वही विचार भारतीय जनता पार्टी के रूप में वटवृक्ष बनकर खड़ा है। उन्होंने कहा कि यह वटवृक्ष कार्यकर्ताओं की हाड़-मांस की खाद और त्याग-समर्पण से सींचा गया है और आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में निरंतर आगे बढ़ रहा है।
पूर्व विधायक रघुनंदन भदौरिया ने अपने संबोधन में कहा कि अटल जी ने राजनीति को सेवा, शालीनता और संवाद की संस्कृति से जोड़ा। उनका व्यक्तित्व और कृतित्व आज भी कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरणास्रोत है और उनके आदर्शों पर चलकर ही राष्ट्र निर्माण का कार्य संभव है।
कार्यक्रम का समापन भाजपा जिला अध्यक्ष शिवराम सिंह ने सम्मेलन में पधारे सभी अतिथियों, वक्ताओं एवं कार्यकर्ताओं के प्रति आभार व्यक्त करते हुए किया।
कार्यक्रम में महिला आयोग की सदस्य पूनम द्विवेदी, गणेश शुक्ला, राम बहादुर यादव, अर्जुन बेरिया, मंडल अध्यक्ष आलोक वर्मा, सुमीत तिवारी, सनी जायसवाल, ओपी आर्या समेत अन्य कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
हिन्दुस्थान समाचार / रोहित कश्यप