उप्र विधान सभा का सत्र अनिश्चित काल के लिए स्थगित, कुल 17 घंटे चली कार्यवाही

 


लखनऊ, 01 दिसंबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश की 18वीं विधान सभा के वर्ष-2023 का तृतीय सत्र अनिश्चित काल के लिए स्थगित हो गया। चार उपवेशनों मे सदन की कार्यवाही कुल स्थगन रहित 17 घंटे 03 मिनट चली। कार्यवाही के दौरान कुल प्राप्त प्रश्न-2833, अल्पसूचित प्रश्न 01, स्वीकृत तारांकित प्रश्न 956, अतारांकित प्रश्न 1455, इनमें कुल 497 प्रश्न उत्तरित हुए। 2076 प्रश्न (73.27 प्रतिशत) आनलाइन प्राप्त हुए। विधानसभा का शीतकालीन सत्र बिना किसी स्थगन के अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गया।

विधान सभा सचिवालय से मिली जानकारी के अनुसार 28 नवम्बर से प्रारम्भ हुए 18वीं विधान सभा के वर्ष-2023 के तृतीय सत्र में नियम-300 के अंतर्गत कुल प्राप्त सूचनाओं की संख्या 17 स्वीकृत सूचनाएं, सुनी गयी सूचनाएं 03, अस्वीकृत 17 रही। नियम-301 के तहत कुल 256 सूचनाएं प्राप्त हुई। जिनमें 196 स्वीकृत एवं 60 अस्वीकृत हुई। नियम-311 के अंतर्गत कुल प्राप्त सूचनाओं की संख्या 01 अस्वीकृत 01, नियम-56 के अन्तर्गत कुल 43 सूचनाएं प्राप्त हुई, 06 ग्राह्यता हेतु सुनी गयी तथा 02 सूचनाओ पर ध्यानाकर्षण किया गया।

नियम-103 के अंतर्गत कुल प्राप्त 09 प्रस्तावों में ग्राह्य प्रस्ताव 08 व आग्राह्य 01 रहे। सदन में प्रस्तुत कुल प्रस्तावों की संख्या 05, सदन में प्रस्तुतीकरण हेतु लंबित प्रस्तावों की संख्या 03, विगत सत्रों के चर्चा धीन प्रस्तावों की संख्या 25 रही।

सत्र के दौरान सरकार से वक्तव्य मांगने वाले नियम-51 के अन्तर्गत 309 सूचनाएं प्राप्त हुई। इनमें वक्तव्य के लिए 05, केवल वक्तव्य के लिए 02 एवं ध्यानाकर्षण के लिए 199 सूचनाएं तथा 103 सूचनाएं अस्वीकार की गयी।

इसी प्रकार इस सत्र में कुल-227 याचिकाएं प्राप्त की गयी। जिसमें 218 ग्राह्यता के उपरान्त स्वीकार की गयी। नियम के अन्तर्गत न होने के कारण अग्राह्य 08, व्यपगत एवं विलम्ब से प्राप्त याचिकाओं की संख्या 01 तथा प्रस्तुत प्रतिवेदनों की संख्या 03 रही।

इस सत्र में कुल 09 विधेयक विचारण एवं पारण के लिए प्रस्तुत किए गए।

1- उत्तर प्रदेश शीरा नियंत्रण (द्वितीय संशोधन), विधेयक 2023

2- उत्तर प्रदेश अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण विधेयक, 2023

3- उत्तर प्रदेश माल और सेवा कर ( द्वितीय संशोधन) विधेयक, 2023

4- उत्तर प्रदेश अयोध्या जी तीर्थ विकास परिषद विधेयक, 2023

5- उत्तर प्रदेश श्री शुक तीर्थ विकास परिषद विधेयक, 2023

6- उत्तर प्रदेश श्री देवीपाटन धाम तीर्थ विकास परिषद विधेयक, 2023

7- उत्तर प्रदेश राज्य विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक, 2023

8- उत्तर प्रदेश निजी विश्वविद्यालय (चतुर्थ संशोधन) विधेयक, 2023

9- उत्तर प्रदेश विनियोग (2023-2024 का अनुपूरक) विधेयक, 2023

का पारण किया गया।

विधान सभा अध्यक्ष सतीश महाना ने प्रदेश के मुख्यमंत्री व नेता सदन योगी आदित्यनाथ सहित नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव (समाजवादी पार्टी) अपना दल (एस) के नेता, राम निवास वर्मा, राष्ट्रीय लोकदल के नेता, राजपाल सिंह बालियान, निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल के नेता, अनिल कुमार त्रिपाठी, भारतीय सुहेलदेव पार्टी के नेता ओम प्रकाश राजभर, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की नेता श्रीमती आराधना मिश्रा ‘मोना, जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के नेता कुंवर रघुराज प्रताप सिंह ‘राजा भइया, बहुजन समाज पार्टी के उमाशंकर सिंह सहित सभी दलीय नेताओं के सहयोग की प्रशंसा की।

इस उपवेशन में हुई कार्यवाही के दौरान संसदीय कार्य व वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने विपक्ष की तरफ से उठाए गए नियम 51, 56, 301 एवं अन्य सूचनाओं, बिलों के पारण और बहसों पर समाधान परक उत्तर देकर सदन में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने मंत्रिमण्डल के सदस्यों को निरंतर सदन में उपस्थित रहकर उत्तर देने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।

हिन्दुस्थान समाचार/पीएन द्विवेदी