इविवि के शोध प्रवेश परीक्षा में क्रेट लेवल वन की बाध्यता हो खत्म : अभाविप
-यूजीसी नेट स्कोर के आधार पर हो प्रवेश प्रक्रिया
प्रयागराज, 28 मार्च (हि.स.)। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, इलाहाबाद विश्वविद्यालय इकाई ने प्रशासन से संयुक्त शोध प्रवेश परीक्षा (क्रेट) से लेवल वन की लिखित परीक्षा की बाध्यता को खत्म करने एवं विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा जारी किए गए यूजीसी नेट संबंधी नियमों के आधार पर लेवल-वन की लिखित परीक्षा के स्थान पर नेट स्कोर का प्रयोग करने की मांग की है।
अभाविप का कहना है कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा सभी विश्वविद्यालयों को प्रवेश परीक्षा के स्थान पर यूजीसी-नेट स्कोर के इसी सत्र से प्रयोग हेतु निर्देशित किया गया है। इसलिए अभाविप शोध प्रवेश परीक्षा हेतु इन दिशा निर्देशों को इसी सत्र से लागू करने की मांग करती है। नए नियमों के अनुपालन से इविवि की शोध प्रवेश प्रक्रिया को शुचितापूर्ण, सरल एवं पारदर्शी बनाया जा सकेगा।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद राष्ट्रीय शिक्षा नीति के सभी शैक्षिक संस्थानों द्वारा प्रभावी क्रियान्वयन को प्रयासरत है एवं जयपुर में आयोजित हेतु अभाविप के 68वें राष्ट्रीय अधिवेशन में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु प्रस्ताव पारित कर केंद्र एवं राज्य सरकारों से इस पर विशेष जोर देने की मांग की थी। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा जारी किए गए शोध प्रवेश परीक्षा सम्बंधी दिशा निर्देश से इविवि की शोध प्रवेश परीक्षा को पटरी पर लाया जा सकेगा। यूजीसी द्वारा जारी दिशा निर्देश के अनुसार अब यूजीसी-नेट के आधार पर सहायक आचार्य एवं जेआरएफ के साथ शोध में प्रवेश हेतु भी अर्ह होंगे। नेट स्कोर का 70 प्रतिशत एवं साक्षात्कार से 30 प्रतिशत मेरिट बनाने का प्रयोग होगा, जिससे यह प्रक्रिया काफी सरल हो जाएगी एवं अभ्यर्थियों को शोध परीक्षा हेतु विभिन्न विश्वविद्यालयों की प्रवेश परीक्षा में सम्मिलित नहीं होना पड़ेगा।
अभाविप के इविवि इकाई अध्यक्ष आलोक त्रिपाठी ने कहा कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा जारी शोध प्रवेश परीक्षा सम्बंधी दिशा निर्देशों से अभ्यर्थियों को काफी राहत मिलेगी एवं इविवि की शोध प्रवेश परीक्षा में शुचिता एवं पारदर्शिता बढ़ेगी। इकाई मंत्री आयुष्मान चौहान ने कहा कि इविवि की शोध प्रवेश परीक्षा को पटरी पर लाने के लिए यूजीसी द्वारा नए नियम सहायक होंगे एवं शोध प्रवेश परीक्षा में व्याप्त अनियमितताओं को दूर किया जा सकेगा। अभाविप “प्रवेश, परिक्षा और परिणाम“ को दुरुस्त करने हेतु विश्वविद्यालय परिसर में निरंतर कार्यरत है एवं छात्रहित में सदैव विद्यार्थियों की आवाज को बुलंद करती रहेगी।
हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त/सियाराम