गंगा की स्वच्छता, अविरलता, निर्मलता व निरंतरता को गंगा एक्ट लाना जरूरी : उमा भारती

 




--उमा भारती ने गंगा भक्तों के साथ संगम में लगाई पांच डुबकी और गंगा के लिए लिया संकल्प

प्रयागराज, 04 नवम्बर (हि.स.)। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के आह्वान पर गंगा सेवा संकल्प अभियान का आयोजन संगम नोज पर आयोजित किया गया। जहां देश के कई प्रान्तों से हजारों की संख्या में गंगा भक्त एकत्रित हुए। इस अवसर पर उमा भारती ने कहा कि गंगा की शुद्धता के लिए न्यायमूर्ति गिरधर मालवीय ने गंगा एक्ट बनाया था और उसे अब लागू करने की जरूरत है। क्योंकि गंगा की अविरलता, निर्मलता और निरंतरता के लिए गंगा एक्ट लाना बहुत जरूरी है और ये काम हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही कर सकते हैं।

उमा भारती ने मां गंगा की अविरलता और निर्मलता को लेकर आक्रामक अंदाज में हुंकार भरते हुए कहा कि गंगा का अभियान राजा भगीरथ से संचालित हुआ जो गंगासागर तक लेकर गए। गंगा विष्णु के चरणों से निकली और ब्रह्मा की गोद से होते हुए भगवान शिव के जटा से होते हुए पृथ्वी पर अवतरित हुई। उन्होंने कहा कि मुगलों और अंग्रेजों के कालखंड में गंगा को बांधने का प्रयास किया गया, पर गंगा को कोई कैद नहीं कर सकता। क्योंकि गंगा किसी सरकार के भरोसे और न ही किसी नेता के बल पर चलने वाली नदी है। गंगा साधु संतों ऋषि मुनियों और करोड़ गंगा भक्तों की आस्था, श्रद्धा और भक्ति तपस्या के बल पर चलने वाली नदी है। जिसे कोई कैद नहीं कर सकता।

उन्होंने आगे कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मां गंगा की शुद्धता के लिए नमामि गंगे का मंत्रालय बना उसकी पॉलिसी बनी और काम भी शुरु किया गया। लेकिन कोरोना महामारी से काम में रुकावट आई और अब उसे आगे बढ़ाना होगा। जैसे मोदी जी ने अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि पर मंदिर का निर्माण कर दिया और धारा 370 को खत्म कर देश की जनता का विश्वास जीता और अपना वादा पूरा किया। उसी प्रकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मां गंगा जी का काम भी पूरा करेंगे और जब तक मां गंगा का काम मोदीजी पूरा नहीं करेंगे तब तक हम उन्हें प्रधानमंत्री के पद से हटने नहीं देंगे।

उन्होंने कहा कि गंगा बांधों में बंध गई हैं। इसलिए गंगा एक्ट लागू होना जरूरी है। उन्होंने कहा गंगा का सम्बंध राम से है। क्योंकि राम के पूर्वज ही गंगा को धरती पर लाए हैं और राम अपने राष्ट्र के पूर्वजों को कभी नकार नहीं सकते हैं। इसलिए सिर्फ अयोध्या में श्रीराम जी का मंदिर बन जाने से राम का कार्य पूर्ण नहीं होगा जब तक गंगा का कार्य पूर्ण नहीं होगा। उन्होंने कहा कि विरोधी लोग भले ही गंगा पर राजनीति करें लेकिन मां गंगा सभी को अपनी गोद में समाविष्ट करती है कभी किसी से जाति नहीं पूछती। उन्होंने कहा कि मां गंगा हमारी सांस्कृतिक विरासत है और सार्वभौमिक एकता का प्रतीक है। मां गंगा के काम में अड़चन डालने वाले को मां गंगा उसे सद्बुद्धि दे।

उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह मां गंगा का काम करना चाहते थे लेकिन राहुल गांधी के आगे उनकी नहीं चली और शांत हो गए। उन्होंने आह्वान किया कि गंगा की अविरलता निर्मलता और निरंतरता के लिए एक जुट होकर संकल्प लेना होगा तभी अभियान सफल होगा।

कार्यक्रम के उपरांत उमा भारती ने संगम में हजारों श्रद्धालुओं और गंगा भक्तों के साथ पांच डुबकी लगाई। पहली डुबकी महाकुम्भ की सफल व्यवस्था को लेकर मोदी एवं योगी सरकार के प्रति आभार, दूसरी डुबकी मेले में आए हुए साधु संतों के वंदन के लिए, तीसरी डुबकी करोड़ों श्रद्धालुओं के प्रति प्रयागराज वासियों की सद्भावना का अभिनंदन के लिए, चौथी डुबकी महाकुम्भ में आए श्रद्धालुओं के नमन के लिए और पांचवी डुबकी मां गंगा की अविरलता निर्मलता और निरंतरता के प्रतिबद्धता के लिए लगाई गई।

मीडिया प्रभारी राजेश केसरवानी ने बताया कि कार्यक्रम की अध्यक्षता साधिका पार्वती दीदी गंगोत्री ने और संयोजन साधिका समर्पिता देवी ने किया। इस अवसर पर फूलपुर संसदीय क्षेत्र के दावेदार रहे डॉ विक्रम सिंह पटेल एवं इलाहाबाद संसदीय क्षेत्र के दावेदार रहे योगेश शुक्ला ने अपना शक्ति प्रदर्शन दिखाया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से पूर्व सांसद केशरी देवी पटेल, महापौर गणेश केसरवानी, विधायक पियूष रंजन निषाद, भाजपा प्रदेश मंत्री अनामिका चौधरी, विधायक संजय गुप्ता बुलंदशहर, विधायक प्रीतम सिंह लोधी मध्य प्रदेश, विधायक राजीव परिहार बबीना, डेविड एटा पूर्व विधायक मध्य प्रदेश, गंगा भक्त गण आदि उपस्थित रहे।

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हिन्दुस्थान समाचार / विद्याकांत मिश्र