उद्यान विभाग द्वारा बेरोजगार युवकों को दी जा रही आर्थिक सहायता
बरेली, 30 जनवरी(हि.स.) । उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग की ओर सें प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत योजनाए संचालित है।जिसको लेकर उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण अधिकारी पुनीत कुमार पाठक ने जानकारी देते हुए बताया कि योजना सें संबंधित उद्योगों को लगाने के लिए 10 लाख रुपए तक की सरकार द्वारा आर्थिक सहायता दी जा रही है।
ऐसे उद्योग के ज़रिये बेरोजगार युवक खुद को आत्मनिर्भर बन सकते हैं जिसमें कई तरह के प्लांट लगाए जा सकते हैं। नमकीन उद्योग,बेकरी उद्योग, अचार मुरब्बा इकाई, आटा चक्की, तेल मिल,दाल मिल, राइस मिल, मसाला मिल समेत अन्य उद्योग के ज़रिये ऋण की राशि उपलब्ध कराई जा रही है। हालांकि वह व्यापारी भी इसका लाभ लें सकते हैं जिनके पास पहले से छोटा प्लांट हैं और वह भी अपने उद्योग को बड़ा कर सकते हैं। हालांकि व्यापारी द्वारा लागत का दस फीसद की धनराशि स्वयं वाहन करना होगा। शेष 90 फीसदी बैंक ऋण के रूप में व्यापारी को दिया जाएगा। उसके लिए व्यापारी को आधारभूत संरचना कार्यशील पूंजी प्लांट मशीनरी अथवा फर्नीचर पर 35 फीसद अधिकतम 10 लाख रुपए तक की सब्सिडी दी जाएगी। वही डीआरपी(जिला रिसॉर्स पर्सन) के उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार अब तक 502 आवेदन आए हैं जिसमें 145 लोगों के लोन सैंक्शन हुए जिसमें 136 लोन लंबित हैं। बाक़ी बैंक की ओर सें भी आवेदन में खामियां पाई गई हैं। उद्यान अधिकारी पुनीत कुमार ने बताया कि अभी उनके विभाग में किसानों कों बीज का वितरण किया जा रहा हैं। जिसमें 120 हेक्टर मसाला बीज व 55 हेक्टर प्याज के बीज का वितरण किया जाना हैं। जिसको लेकर लगातार विभाग की ओर सें ग्रामीण क्षेत्रों में कैप लगाये जा रहे हैं।
हिन्दुस्थान/देश दीपक गंगवार/बृजनंदन