बीएचयू के 103वें दीक्षान्त समारोह में छात्राओं को मिलेगा दो चांसलर मेडल
वाराणसी, 14 दिसम्बर (हि.स.)। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के 103वें दीक्षान्त समारोह में बतौर मुख्य अतिथि भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक प्रोफेसर अजय कुमार सूद शामिल होंगे। 16 दिसम्बर को परिसर स्थित स्वतंत्रता भवन सभागार में आयोजित मुख्य समारोह में कुल 14600 विद्यार्थियों में उपाधियां वितरित होंगी।
मुख्य कार्यक्रम में मंच से 31 पदक 27 मेधावी विद्यार्थियों को मुख्य अतिथि प्रदान करेंगे। खास बात यह है कि 31 स्वर्ण पदकों में 19 छात्राओं को मिला है। दो चासंलर मेडल भी छात्राओं को मिला है। इसी तरह बीएचयू मेडल अपूर्वा प्रियदर्शिनी को मिलेगा। समारोह में विभिन्न संस्थानों और संकायों में 539 पदक वितरित होंगे। गुरुवार को परिसर स्थित केन्द्रीय कार्यालय के सभागार में आयोजित पत्रकार वार्ता में कुलपति प्रोफेसर सुधीर कुमार जैन ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि इस वर्ष दीक्षांत कार्यक्रम में 7693 स्नातक, 5760 परास्नातक, 986 को पीएचडी, 29 को एमफिल, तीन को डि-लिट उपाधियां प्रदान की जाएंगी। उन्होंने बताया कि इस वर्ष दीक्षांत समारोह में बीएचयू से सबंद्ध चारों काॅलेज परिसर में अपने उपाधि वितरण कार्यक्रम का आयोजन करेंगे। उन्होंने कहा कि इस वर्ष दीक्षांत कार्यक्रम में काॅलेजों को यह अवसर प्राप्त हो रहा है। जो सबंद्ध काॅलेजों को सशक्त करने के लिए बीएचयू की प्रतिबद्धता है। उन्होंने उपाधि लेने वाले छात्रों से अपील किया कि बीएचयू के पुरा छात्र पोर्टल से जुड़ें। पुराछात्रों के व्यापक व विविध नेटवर्क में शामिल होकर विश्वविद्यालय के विकास यात्रा में भागीदारी करें। उन्होंने कहा कि छात्र खूबसूरत यादें लेकर उपाधि ग्रहण करें।
दीक्षांत समारोह एक अत्यंत विशेष और यादगार अवसर
कुलपति प्रोफेसर सुधीर जैन ने कहा कि किसी भी विद्यार्थी के लिए दीक्षांत समारोह एक अत्यंत विशेष और यादगार अवसर होता है। विद्यार्थी बीएचयू के साथ एक विशिष्ट संबंध रखते हैं। विश्वविद्यालय में शिक्षा पूरी करने के पश्चात जब विद्यार्थी भविष्य की ओर कदम बढ़ाते हैं, दीक्षांत समारोह इस संबंध को और प्रगाढ़ करने का मौका होता है।
हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/दिलीप