महंत दिग्विजयनाथ व महंत अवेद्यनाथ में शिक्षा में नई क्रांति की अलख जगाई : प्रो. एके सिंह*

 


गोरखपुर, 20 सितंबर (हि.स.)। युग पुरुष ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ महाराज की 55वीं एवं राष्ट्रसंत महंत अवेद्यनाथ जी महाराज की 10वीं पुण्यतिथि के उपलक्ष्य में महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान संकाय की तरफ से विश्वविद्यालय के पंचकर्म केंद्र सभागार में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एके सिंह ने कहा कि ब्रह्मलीन महंतद्वय ने हिंदुत्व और राष्ट्रवाद के विचारपंथ से शिक्षा में नई क्रांति की अलख जगाई।

प्रो. एके सिंह ने कहा कि हिमालय सा चट्टानी व्यक्तित्व लेकर सनातन के प्रबल प्रहरी की भूमिका का निर्वाह करने वाले ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ तथा सामाजिक समरसता के अग्रदूत, श्रीराम जन्मभूमि मुक्ति आंदोलन को शक्ति और गति देने ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ के जीवन ने वैचारिक पुष्पों का प्रतिमान स्थापित किया है। इस अवसर पर गुरु गोरक्षनाथ इंस्टीट्यूट मेडिकल साइंसेज के निदेशक कर्नल (डॉ.) राजेश बहल ने कहा कि ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ एवं अवेद्यनाथ ने संपूर्ण जीवन राष्ट्र, धर्म, अध्यात्म, संस्कृति, शिक्षा व समाजसेवा से लोक कल्याण किया।

श्रद्धांजलि सभा की अध्यक्षता करते हुए गोरक्षनाथ अस्पताल के ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. अवधेश अग्रवाल ने कहा कि ब्रह्मलीन महंतद्वय ने शिक्षा की जो ज्योति जलाई, उससे आज पूरा पूर्वांचल प्रकाशित हो रहा है। इस अवसर पर संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान संकाय के अधिष्ठाता प्रो. सुनील कुमार सिंह, डॉ.संदीप कुमार श्रीवास्तव, डॉ. अनुपमा ओझा, डॉ विकास कुमार, डॉ अमित दुबे, डॉ. धीरेंद्र सिंह, उप कुलसचिव श्रीकांत, डॉ.पवन कुमार कनौजिया, डॉ. प्रेरणा त्रिपाठी, डॉ. किरण कुमार, डॉ.आशुतोष श्रीवास्तव, डॉ. अवेद्यनाथ सिंह, डॉ. अंकिता मिश्रा, डॉ. कीर्ति कुमार यादव, डॉ. अखिलेश दुबे, धनंजय पांडेय, अनिल कुमार, प्रज्ञा पाण्डेय, श्रीमती रश्मि झा, सृष्टि यदुवंशी, जन्मेजय सोनी, मिताली, अनिल मिश्रा, अनिल शर्मा सहित सभी विभागों के शिक्षक व विद्यार्थी उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / प्रिंस पाण्डेय