उप्र में शुरू हुआ बच्चों के दिल में छेद की बीमारी का इलाज
--ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 की बड़ी सफलता
प्रयागराज, 09 फरवरी (हि.स.)। अमेरिका की सलोनी हार्ट फाउंडेशन द्वारा उप्र में बच्चों के दिल में छेद के इलाज के लिए लखनऊ पीजीआई से एमओयू किया था। जिसके अंतर्गत उत्तर प्रदेश का पहला शिशु हार्ट ऑपरेशन एवं आईसीयू स्थापित हुआ। जिसमें प्रधानमंत्री मोदीजी के आयुष्मान योजना के तहत विगत दिनों 10 बच्चों का हार्ट ऑपरेशन हो चुका है और सभी बच्चे स्वस्थ हैं।
पूर्व कैबिनेट मंत्री व विधायक सिद्धार्थ नाथ सिंह ने बताया कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के निवेश के लिए सन फ्रांसिस्को अमेरिका दिसम्बर, 2022 में जाना हुआ। वहां अमेरिका की सलोनी हार्ट फाउंडेशन की फाउंडर एवं प्रेसीडेंट मृणालनी सेठी और उनके पति हिमांशु सेठी से भेंट हुई। जिन्होंने अपनी बेटी के नाम पर सलोनी हार्ट फाऊंडेशन स्थापित किया है। इसी के तहत उप्र में कंजेनाइटल हार्ट डिजीज (दिल में छेद) से ग्रसित नवजात शिशुओं के इलाज के लिए 400 करोड़ का निवेश करना चाहते थे। जिसके तहत इन्वेस्टर्स समिट 2022 में “सलोनी हार्ट फाउंडेशन और पीजीआई“ लखनऊ का एमओयू साइन हुआ।
उन्होंने बताया कि आज फाउंडेशन के निमंत्रण पर पीजीआई जाने का अवसर मिला। जहां अमेरिका से आए डॉक्टर तथा पीजीआई के डॉक्टर एवं टेक्नीशियन से मिला। साथ ही ऑपरेशन के बाद स्वस्थ होने वाले बच्चों से भी मिलने का अवसर मिला। मुख्यमंत्री योगी के मार्गदर्शन में यह पूरा हॉस्पिटल एक साल के अंदर स्थापित हुआ है। प्रदेश में बड़ी संख्या में बच्चे हार्ट डिजीज के साथ जन्म लेते हैं। इनमें से बहुत से शिशु को पहले ही साल में हार्ट डिजीज की सर्जरी की आवश्यकता होती है। इलाज न मिल पाने से कई शिशुओं की मौत हो जाती थी। मुझे खुशी है कि सलोनी हार्ट फाउंडेशन के माध्यम से बच्चों का इलाज शुरू हो गया है। यह जानकारी मीडिया प्रभारी दिनेश तिवारी ने दी।
हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त/पदुम नारायण